आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में नए-नए खुलासे सामने आते जा रहे हैं। इस मामले की जांच में जुटी एजेंसियां आज दिल्ली से लेकर मुंबई तक हरकत में नजर आ रहीं हैं। मुंबई में पुलिस ने सोफिटेल होटल, ओआरजी और रॉयल्टी पब की सीसीटीवी फुटेज जब्त की है। दिल्ली में खिलाड़ियों के वॉयस सैंपल लिए गए। लैपटॉप से भी कुछ नई जानकारियां सामने आई हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गिरफ्तारी से पहले श्रीशांत अपने दोस्त जीजू के साथ मुंबई के होटल सोफिटेल में ही रुके थे और ओआरजी और रॉयल्टी पब में तीन लड़कियों और सट्टेबाजों से मिले थे। पुलिस पहले ही होटल सोफिटेल से श्रीशांत का लैपटॉप, मोबाइल और आईपैड बरामद कर चुकी है, जिनकी जांच जारी है।
मुंबई पुलिस की अब तक की जांच में पता चला है कि एक कास्टिंग डायरेक्टर ने ई-मेल के जरिए श्रीशांत को लड़कियों की तस्वीरें भेजी थी। उस कास्टिंग डायरेक्टर की पहचान कर ली गई है। आज पुलिस उसे गिरफ्तार कर सकती है। कुछ अभिनेत्रियों की तस्वीरें भी भेजे जाने की खबर सामने आई है। श्रीशांत के लैपटॉप में एक खास फोल्डर में कुछ नंबर सेव किए गए हैं। ये सारे नंबर कोड वर्ड में हैं। इन्हें डी कोड करने की कोशिश जारी है। श्रीशांत की बुकी जीजू और जुपिटर से ई-मेल के जरिए काफी बातचीत हुई थी। इससे भी अहम सुराग मिलने की उम्मीद है। श्रीशांत के लैपटॉप से कई ई मेल डीलिट कर दिए गए हैं। लैपटॉप की बरामदगी के बाद अब साइबर डिलीट किए गए ईमेल को रिट्रीव करने में जुटी है।
लैपटॉप से जुपिटर और श्रीशांत की एक साथ तस्वीर भी मिली है। ये भी पता चला है कि श्रीशांत ने 14 मई को होटल की एक कार अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट भेजी थी। शक है कि कार सट्टेबाज जुपिटर के लिए भेजी गई थी। सुत्रों के मताबिक जीजू, जुपिटर और श्रीशांत खुद लडकियों को लेनें मुंबई के अंधेरी इलाके के लोखंडवाला इलाके तक गए थे। इस बीच पुलिस की गिरफ्त में आए सट्टेबाज रमेश व्यास ने कई अहम खुलासे किए हैं। स्पॉट फिक्सिंग मामले में गिरफ्तार सट्टेबाज रमेश व्यास पुछताछ के बाद मुंबई पुलिस को शक है कि रमेश व्यास माफिया सरगना दाऊद इब्राहिम के गैंग का खास आदमी हो सकता है। पूलिस सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान में रह रहा दाऊध खुद इस धंधे को देखता है क्योंकि नशे के कारोबार के बाद उसे सबसे ज्यादा फायदा सट्टेबाजी के धंधे से ही होता है।
पुलिस सूत्रों की मानें तो रमेश व्यास ने खुलासा किया है कि पाकिस्तान में रहने वाले छोटानी और नुमान नाम के दो सट्टेबाज दाऊद के इशारे पर मैच में फिक्सिंग कराते हैं। वहीं, दुबई में बैठा सुनील दुबई नाम का आदमी दाऊद के सट्टेबाजी से जुड़े हवाला लेन-देन का जिम्मा संभालता है। इसके अलावा मुंबई में रहने वाला देवेंद्र उर्फ जूनियर कोलकाता दाऊद के भारत में मौजूद सट्टेबाजों को नियंत्रित करता है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक डी कंपनी से जुड़े ये चारों खास आदमी ही क्रिकेट में मैच फिक्सिंग और सट्टेूबाजी का रैकेट संभालते हैं। इस पूरे धंधे का सबसे बड़ा हिस्सा भारत से बाहर से ऑपरेट होता जो कि हजारों करोड़ रुपए का है। यही नहीं, व्यास ने ये भी खुलासा किया है कि आईपीएल के पहले और दूसरे सीजन में इसी गैंग ने कुल 18 मैच फिक्स किए थे।
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