कर्नाटक विधानसभा चुनावों में आज भाजपा को शर्मनाक पराजय का सामना करना पड़ा है। सात साल के अंतराल के बाद राज्य में कांग्रेस का अपने दम पर सरकार बनाना तय है।
भाजपा को एक ओर जहां पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा का पार्टी छोड़ना भारी पड़ा, वहीं दक्षिण भारत में उसकी पहली सरकार के कार्यकाल में हुए कथित भ्रष्टाचार ने भी उसकी छवि खराब करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
कुल 224 सदस्यीय विधानसभा में से अब तक भाजपा को 36 सीटें ही मिल पाई हैं, वहीं कांग्रेस के खाते में 115 सीटें आई हैं। कांग्रेस 6 अन्य स्थानों पर आगे चल रही है, जबकि भाजपा 4 अन्य स्थानों पर आगे है।
जदएस को 36 सीटें मिल चुकी हैं और वह 4 सीटों पर आगे है। सपा के खाते में एक सीट गई है, जबकि अन्य को 16 सीटें मिलती नजर आ रही है। अब तक प्राप्त परिणामों और रुझानों से राज्य में कांग्रेस की सरकार बनना तय है।
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