भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) संसदीय बोर्ड की बैठक में मंगलवार को गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी छाए रहे। संसदीय बोर्ड में दोबारा शामिल किए जाने के बाद मोदी पहली बार इसकी बैठक में शामिल हुए। अगले वर्ष 2014 में होने जा रहे आम चुनाव की रणनीति तैयार करने के लिए पार्टी की संसदीय बोर्ड की हुई बैठक में मोदी ने युवाओं से जुड़ने और लोगों तक कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार की विफलताओं की जानकारी पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग समेत कई सुझाव दिए।
बैठक के बाद भाजपा नेता अनंत कुमार ने पत्रकारों से कहा, "मोदी ने सुझाव दिया कि युवाओं से जुड़ने के लिए किस तरह सोशल मीडिया का उपयोग किया जा सकता है।" उन्होंने बताया, "उन्होंने कहा कि संप्रग सरकार की विफलता के बारे में राष्ट्रीय कार्यकारिणी में विस्तार से चर्चा की जानी चाहिए और उसके बाद उसे देश के लोगों के ध्यान में लाया जाना चाहिए।" अनंत कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी के बारे में कोई चर्चा नहीं हुई।
उन्होंने कहा, "हम चुनाव के लिए तैयार हैं और अपने प्रधानमंत्री प्रत्याशी पर उपयुक्त समय पर फैसला लेंगे।" अनंत कुमार ने बताया भाजपा नेताओं ने पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक के एजेंडे पर भी चर्चा की। ये बैठकें अगले महीने होने वाली हैं। संसदीय बोर्ड की बैठक से पहले मोदी ने पार्टी नेता लाल कृष्ण आडवाणी और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी से मुलाकात की।
मोदी को भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने की अटकलें तेज हैं। वैसे पार्टी में इस मसले पर मतभेद हैं। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के कुछ सहयोगी दलों ने भी मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने का विरोध किया है। संसदीय बोर्ड में मोदी के दोबारा चुने जाने को उनकी उम्मीदवारी के संकेत के रूप में देखा जा रहा है। उनके करीबी सहयोगी अमित शाह को भी आम चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश का चुनाव प्रभारी बनाया गया है। भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने हालांकि, कहा है कि शाह से संबंधित फैसला मोदी की वजह से नहीं किया गया।
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