बिहार में नगर विकास मंत्री ने लोगों को सौर ऊर्जा के जरिए राजधानी समेत 28 शहरों को जगमगाने का सपना दिखाया है. राज्य सरकार सौर ऊर्जा से बिहार को रौशन करना चाहता है. लेकिन राज्य सरकार ने यह मान लिया है कि केंद्र सरकार के सहयोग के बिना विद्युत के क्षेत्र में सफल नहीं हुआ जा सकता है और दूसरी तरफ नितीश सरकार ने इस मुद्दे को 2015 के विधान सभा चुनाव से जोड़ दिया है.
यह मामला इज्जत का हो गया है, इसलिए अब राज्य सरकार ने सौर ऊर्जा की नीति बनाकर लोगों को खुश करने की तैयारी शुरू कर दी है. पहले चरण में राजधानी समेत 28 शहरों को रौशन किया जायेगा.
वर्तमान वित्तीय वर्ष के प्रथम चरण में टेंड़र निकाला जायेगा, पहले भी टेंड़र निकाले गये थे, लेकिन सरकारी नियमों में बाध्यता को देखकर टेंड़र वाले उसे स्वीकार नहीं कर सके. अब एक बार फिर टेंड़र निकाले जायेंगे.इसके बाद वर्ष के अंत तक काम शुरू कर दिया जायेगा. विपक्ष नेता नितीश सरकार के इस सुझाव को असफल बता रहे हैं.
सरकार की यह योजना बस लोगों से वोट लेने के लिए है. सरकार इस योजना से अपनी निजी कम्पनियों का फायदा कराना चाहती है. राज्य सरकार को लगता है कि लंदन में हुइ रिसर्च को वह यहां भी उपयोग कर सकते है. रिसर्च में उन्होंने पाया कि वह सौर ऊर्जा से अपने यहां बिजली का उत्पादन करेंगे. फिलहाल अब यह देखना कि यह योजना पूरी होगी या नहीं?
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें