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बुधवार, 22 मई 2013

बीसीसीआई ने लगाए सहारा पर आरोप


भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने मध्यस्थता के विफल होने के लिए सहारा एडवेंचर स्पोर्ट्स लिमिटेड (एसएएसएल) पर आरोप लगाया और कहा कि समस्त प्रक्रिया के ध्वस्त होने के लिए बीसीसीआई को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। इंडियन प्रीमियर लीग के लिए पुणे वॉरियर्स की फ्रेंचाइजी खरीदने वाली सहारा ने बीसीसीआई द्वारा आईपीएल के लिए फ्रेंचाइजी राशि को कम करने से इंकार करने के बाद मंगलवार को खुद को आईपीएल से अलग कर लिया।

बीसीसीआई ने एक वक्तव्य में कहा, "यह सही है कि मध्यस्थता में कोई विकास नहीं हो सका, लेकिन इसके लिए बीसीसीआई को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता, क्योंकि बीसीसीआई द्वारा सुझाए गए सभी न्यायाधीशों (सेवानिवृत्त) ने फ्रेंचाइजी द्वारा दिए गए प्रस्ताव को स्वाकार्य नहीं पाया।"

वक्तव्य के अनुसार, "इस गतिरोध को खत्म करने के लिए एसएएसएल को पत्र भेजा गया था, जिसमें मध्यस्थता के लिए दावेदारों को प्रस्तावित किया गया था। पत्र में सुझाव दिया गया था कि उन्हें मध्यस्थ की नियुक्ति के लिए अदालत जाना चाहिए ताकि प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सके। इस सुझाव पर हमें कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।"

सहारा समूह द्वारा किसी तरह का भुगतान न किए जाने तथा किसी तरह की प्रतिक्रिया न दिए जाने के बाद बीसीसीआई ने बैंक गारंटी को भुना लेने की पुष्टि कर दी।

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