चीन की सरकार पाकिस्तान के साथ अपनी दोस्ती के प्रति अडिग है और दक्षिण एशिया के इस देश में स्थायित्व और बेहतर विकास के लिए मदद करेगा। पाकिस्तान की यात्रा पर आए चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग ने गुरुवार को यहां यह बात कही। ली ने ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी के चेयरमैन जनरल खालिद शमीम विóो, सेना प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कयानी, नौसेना प्रमुख एडमिरल मोहम्मद आसिफ संदीला और वायुसेना प्रमुख मार्शल ताहिर रफीक बट्ट समेत पाकिस्तानी सेना के कमांडरों को संबोधित किया।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने ली के हवाले से कहा है, "पाकिस्तानी सेना सिर्फ पाकिस्तान में सुरक्षा और स्थायित्व बनाए रखने के लिए ही महत्वपूर्ण बल नहीं है, बल्कि यह चीन-पाकिस्तान मैत्री का भी जोरदार समर्थक है।" ली ने कहा कि चीन और पाकिस्तान की दोस्ती अटूट है। इसका श्रेय सिर्फ दोनों देशों के नेतृत्व की पीढ़ियों और दोनों देशों के लोगों के जोरदार समर्थन को ही नहीं जाता, बल्कि दोनों की सेनाओं के बीच गहरे होते संबंधों को भी जाता है।
उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से पाकिस्तान की स्वतंत्रता, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करते हुए संकटों से उबरने और पेश आ रही चुनौतियों से पार पाने में उसकी मदद करने का आग्रह किया। चीन के प्रधानमंत्री ने यह उम्मीद भी जताई कि पाकिस्तानी सेना पाकिस्तान में कार्यरत चीनी कर्मियों की सुरक्षा का दायित्व निभाती रहेगी।
पाकिस्तानी सेना के कमांडरों ने कहा कि ली की यात्रा से पाकिस्तान और चीन के बीच विशेष दोस्ताना रिश्ते की झलक दिखाई दी। कमांडरों ने कहा कि पाकिस्तानी सेना को इस बात पर नाज है कि चीन उसका सबसे अच्छा मित्र है और वह चीन के कट्टर समर्थन और नि:स्वार्थ सहयोग को कभी नहीं भुला सकती है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें