पाकिस्तान के लाहौर अस्पताल में बुधवार देर रात भारतीय कैदी सरबजीत की मौत के बाद उनके परिवार ने उन्हें शहीद का दर्जा देने की मांग की है। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष राज कुमार वेर्का ने आईएएनएस को बताया कि सरबजीत के परिवार की मांग है कि उन्हें शहीद का दर्जा मिले और उनके शव को शहीदों जैसा सम्मान दिया जाए।
वेर्का के मुताबिक, सरबजीत की बेटियों स्वप्नदीप और पूनम ने कहा, "हमारे पिता आतंकवादी नहीं थे। उनकी हत्या की गई है। हत्यारों को सजा दी जानी चाहिए। हमारे पिता को शहीद घोषित किया जाना चाहिए तथा उनके शव को शहीदों जैसा सम्मान मिलना चाहिए।"
सरबजीत से मिलने के लिए पाकिस्तानी वीजा दिलाने में परिवार की मदद करने वाले वेर्का ने कहा कि वे गुरुवार को अमृतसर वापस लौटेंगे। वेर्का ने बताया कि उनका परिवार बुधवार रात अमृतसर से दिल्ली आया था। वे अटारी वाघा सीमा पर सरबजीत का शव लेने अमृतसर जाएंगे।
वेर्का के मुताबिक, इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग को सम्भवत: गुरुवार को पोस्टमार्टम के बाद शव सौंपा जाएगा। पाकिस्तान में मौत की सजा पाए भारतीय कैदी सरबजीत पर लाहौर की कोट लखपत जेल के कैदियों ने 26 अप्रैल को जानलेवा हमला कर दिया था, जिसमें वह बुरी तरह घायल हो गए थे। उन्हें लाहौर के जिन्ना अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां बुधवार देर रात उनकी मौत हो गई।
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