एयर इंडिया के पायलटों की एक ऐसी लापरवाही सामने आई है, जिसने यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल उठा दिए हैं। बैंकॉक से दिल्ली आ रहे विमान के पायलटों ने 33 हजार फीट की ऊंचाई पर जहाज को उड़ाने की जिम्मेदारी 2 एयर होस्टेस पर छोड़ दी और खुद आराम फरमाने के लिए कॉकपिट से बाहर चले गए। एयर होस्टेस की गलती से जहाज हादसे का शिकार होते-होते बाल-बाल बचा।
12 अप्रैल को एयर इंडिया का विमान संख्या AI-133 बैंकाक से दिल्ली के लिए रवाना तो हुआ। विमान में कुल 166 लोग सवार थे। जहाज के पायलट बी के सोनी और वरिंद्र नाथ थे। पायलटों ने 33 हजार फीट की ऊंचाई पर विमान ऑटो पायलट मोड पर डाल दिया और जहाज उड़ाने की जिम्मेदारी दो एयर होस्टेस पर छोड़ कर कॉक पिट से बाहर चले गए। यानी जहाज को पायलट नहीं, एयर होस्टेस संभाल रही थीं।
फिर जिसका डर था वहीं हुआ। एयर होस्टेस की गलती से जहाज मैनुअल मोड में आ गया और 33 हजार फीट की ऊंचाई से सीधे नीचे गिरने लगा। इसके बाद पायलटों ने किसी तरह कॉक पिट में पहुंचकर जहाज को संभाला और 166 लोगों की जान बची। एयर इंडिया और DGCA ने इस लापरवाही को गंभीरता लेते हुए आरोपी पायलटों और दोनों एयर होस्टेस को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही इसकी जांच शुरू कर दी गई है।
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