भारत, चीन सीमा विवाद जल्द सुलझाना चाहते हैं : मनमोहन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 20 मई 2013

भारत, चीन सीमा विवाद जल्द सुलझाना चाहते हैं : मनमोहन


प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सोमवार को कहा कि भारत और चीन अपने सीमा विवाद का जल्द से जल्द समाधान चाहते हैं, लेकिन तब तक वहां शांति बरकरार रखी जानी चाहिए। चीनी प्रधानमंत्री ली केकियांग के साथ मनमोहन सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि उनके बीच आपसी हित के विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत व स्पष्ट चर्चा हुई। प्रधानमंत्री ने कहा कि ली के साथ बातचीत में उन्होंने हाल ही में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारतीय क्षेत्र में चीनी सेना की घुसपैठ का मुद्दा भी उठाया।


मनमोहन सिंह ने हालांकि यह नहीं बताया कि उन्होंने ली से क्या कहा? उन्होंने केवल इतना कहा कि दोनों नेताओं ने भारत-चीन सीमा के पश्चिमी क्षेत्र में हुई हाल की घटना पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि इस संबंध में मौजूदा तंत्र सफल साबित हुआ है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और चीन के बीच सीमा विवाद पर बातचीत के लिए जल्द ही विशेष प्रतिनिधियों की बैठक होगी। उन्होंने कहा, "हमने सीमा विवाद के निष्पक्ष, तार्किक एवं दोनों पक्षों के लिए स्वीकार्य समाधान निकालने के लिए विशेष प्रतिनिधियों की जल्द ही बैठक बुलाने पर सहमति जताई है।"



मनमोहन ने कहा कि भारत और चीन के बीच हालांकि मतभेद रहे हैं, लेकिन पिछले 25 वर्षो में दोनों देशों के संबंध नए सिरे से परिभाषित हुए हैं। चीन का प्रधानमंत्री बनने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए भारत का चयन करने के चीनी प्रधानमंत्री ली के फैसले का स्वागत करते हुए मनमोहन ने कहा, "ली और मेरे बीच आपसी हित एवं चिंता के कई मुद्दों पर चर्चा हुई। हमारे बीच इस बात पर सहमति बनी है कि दोनों देशों के बीच बेहतर संबंध महत्वपूर्ण, और क्षेत्र एवं दुनिया में स्थिरता तथा आर्थिक विकास के लिए आवश्यक हैं।"



प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने ब्रह्मपुत्र नदी पर चीन द्वारा ऊंचे बांध बनाए जाने को लेकर भारत की चिंताओं से भी ली को अवगत कराया। मनमोहन सिंह ने कहा कि उन्होंने चीन के प्रधानमंत्री के साथ व्यापार घाटे को पाटने पर भी चर्चा की। साथ ही भारतीय निवेशकों एवं निर्यातकों के लिए चीनी बाजार में पहुंच बढ़ाने की भी मांग की। साथ ही भारत की आधारभूत संरचना एवं विनिर्माण के क्षेत्र में चीनी भागीदारी बढ़ाने के लिए भी आमंत्रित किया।

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