झारखंड में हजारीबाग जिले के पगार गांव में मंगलवार को राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम की एक परियोजना के निर्माण का विरोध कर रहे ग्रामीणों पर पुलिस गोलीबारी की घटना की जांच प्रमंडलीय आयुक्त और बोकारो के पुलिस महानिरीक्षक की दो सदस्यीय टीम करेगी। टीम को अपनी जांच रिपोर्ट एक सप्ताह में सौंपनी है।
मुख्यमंत्री के प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस गोलीबारी की इस घटना को मुख्यमंत्री ने गंभीरता से लिया है और मामले की जांच एक सप्ताह में पूरी कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिये हैं। मामले की जांच छोटानागपुर प्रमंड के प्रमंडलीय आयुक्त नितिन मदन कुलकर्णी और बोकारो कोयला क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक मुरारी लाल मीणा करेंगे। मंगलवार को पथराव कर रही हिंसक भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने गोलीबारी की थी जिसमें पचास वर्षीय एक ग्रामीण की मौके पर ही मौत हो गयी जबकि चार अन्य घायल हो गये थे।
ग्रामीणों का आरोप था कि उन्हें भूमि का पूरा मुआवजा दिये बगैर एनटीपीसी के ठेकेदारों ने निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया था। विपक्षी दलों ने पुलिस गोलीबारी सहित अन्य घटनाओं को लेकर विधानसभा में राज्यपाल सैयद अहमद के अभिभाषण के दौरान विरोध जताया था। इसके बाद जांच गठित की गयी। बुधवार को हजारीबाग के सांसद यशवंत सिन्हा ने मामले की हाईकोर्ट के मौजूदा न्यायाधीश से जांच कराए जाने की मांग की थी।
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