नालंदा अन्तरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय में अब अगले साल से दो विषयों में पढ़ाई शुरू हो जाएगी। विश्वविद्यालय की संचालन समिति ने अपनी बैठक में 2014.15 शैक्षणिक वर्ष से इतिहास अध्ययन तथा पर्यावरण एवं पारिस्थिति की विषय में पढ़ाई शुरू करने का निर्णय लिया है।
इस समिति में नोबल पुरस्कार विजेता विश्वविद्यालय अर्थशास्त्नी डॉ अमर्त्य सेन और लार्ड मेघनाथ देसाई जैसे विद्वान हैं। डॉ. सेन और तत्कालीन विदेश सचिव रंजन मथाई ने पिछले दिनों इस संबंध में एक मुख्यालय करार पर हस्ताक्षर किया था जिसे मंत्निमंडल ने गत महीने मजूरी दी थी। इस करार से यह विश्वविद्यालय दुनिया के किसी विश्वविद्यालय से अन्तरराष्ट्रीय स्तर के विद्वानों को अपने यहां नियुक्त कर सकेगा और शैक्षणिक सहूलियतें मिल सकेंगी।
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