अगले साल से नालंदा विश्वविद्यालय में पढाई होगी. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शनिवार, 27 जुलाई 2013

अगले साल से नालंदा विश्वविद्यालय में पढाई होगी.

नालंदा अन्तरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय में अब अगले साल से दो विषयों में पढ़ाई शुरू हो जाएगी। विश्वविद्यालय की संचालन समिति ने अपनी बैठक में 2014.15 शैक्षणिक वर्ष से इतिहास अध्ययन तथा पर्यावरण एवं पारिस्थिति की विषय में पढ़ाई शुरू करने का निर्णय लिया है।


इस समिति में नोबल पुरस्कार विजेता विश्वविद्यालय अर्थशास्त्नी डॉ अमर्त्य सेन और लार्ड मेघनाथ देसाई जैसे विद्वान हैं। डॉ. सेन और तत्कालीन विदेश सचिव रंजन मथाई ने पिछले दिनों इस संबंध में एक मुख्यालय करार पर हस्ताक्षर किया था जिसे मंत्निमंडल ने गत महीने मजूरी दी थी। इस करार से यह विश्वविद्यालय दुनिया के किसी विश्वविद्यालय से अन्तरराष्ट्रीय स्तर के विद्वानों को अपने यहां नियुक्त कर सकेगा और शैक्षणिक सहूलियतें मिल सकेंगी।

कोई टिप्पणी नहीं: