मध्यान्ह भोजन से बीमार हुए पिपरिया के बच्चों से पी.एच.ई. मंत्री श्री बिसेन अस्पताल जाकर मिले
26 जुलाई 2013 को वारासिवनी विकासखंड के ग्राम पिपरिया(भांडी) की शासकीय प्राथमिक शाला के 34 बच्चों को मध्यान्ह भोजन खाने के बाद उल्टी होने की शिकायत होने पर रात्री में जिला चिकित्सालय बालाघाट में भर्ती किया गया है। ये सभी बच्चे खतरे से बाहर है और उनका उपचार किया जा रहा है। इन बच्चों को मध्यान्ह भोजन में पोहा खिलाये जाने की जानकारी मिली है। म.प्र. शासन के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं सहकारिता मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन ने आज 27 जुलाई को जिला चिकित्सालय जाकर पिपरिया शाला के बच्चों से मुलाकात की और उनका हाल-चाल जाना। उन्होंने सिविल सर्जन को निर्देशित किया कि वे बच्चों को उचित उपचार दें और उनकी देखभाल करें।
पी.एच.ई. मंत्री श्री बिसेन ने किया सी.सी. रोड़ निर्माण के लिए भूमिपूजन
म.प्र. शासन के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं सहकारिता मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन ने आज 27 जुलाई को नगरीय क्षेत्र बालाघाट के वार्ड नं.06 में 8 लाख 30 हजार रु. की लागत से बनने वाली सीमेंट-कांक्रीट सड़क के लिए भूमि पूजन किया। इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष श्री रमेश रंगलानी, उपाध्यक्ष श्रीमती आशा बिसेन, श्रीमती वीणा कनौलिया, पार्षद श्रीमती मेहरून्निशा खां एवं बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक मौजूद थे। वार्ड नं. 6 में नगर पालिका द्वारा गुड्डा डहरवाल के मकान से दादाबाड़ी होते हुए पुष्पांजली वाले के मकान तक सीमेंट-कांक्रीट सड़क का निर्माण किया जायेगा। इस सड़क के बनने से क्षेत्र के लोगों को आवागमन में बेहतर सुविधा मिलने लगेगी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मंत्री श्री बिसेन ने इस अवसर पर उपस्थित नागरिकों को संबोधित करते हुए कहा कि बालाघाट नगर को प्रदेश का विकसित नगर बनाया जायेगा। नगर पालिका बालाघाट द्वारा इस दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है। नगर के प्रत्येक वार्ड में पक्की सड़कों का निर्माण किया जा रहा है। बालाघाट नगर में 10 करोड़ रु. की माडल रोड का कार्य भी शीघ्र ही प्रारंभ होने वाला है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश सरकार द्वारा समाज के हर वर्ग के विकास के लिए योजनायें बनाई गई है। बी.पी.एल. कार्ड धारकों के 30 जुन 2013 की स्थिति में बकाया बिजली बिलों को माफ कर दिया गया है। बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा कराने के लिए मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना लागू की गई है। प्रदेश में अटल ज्योति अभियान के अंतर्गत 24 घंटे बिजली दी जा रही है।
पी.एच.ई. मंत्री श्री बिसेन ने किया हाई स्कूल भवन निर्माण के लिए भूमिपूजन
म.प्र. शासन के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं सहकारिता मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन ने आज 27 जुलाई को बालाघाट में नवीन हाई स्कूल एवं कन्या बूढ़ी स्कूल के भवन निर्माण के लिए भूमि पूजन किया। नगर पालिका द्वारा 36 लाख 32 हजार रु. की लागत से इस भवन का निर्माण किया जायेगा। इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष श्री रमेश रंगलानी, उपाध्यक्ष श्रीमती आशा बिसेन, श्री अनिल धुवारे, जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती निर्मला पटले, प्राचार्य श्रीमती आरती वर्मा, श्री एस.के. तुरकर एवं बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक मौजूद थे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मंत्री श्री बिसेन ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि इस भवन के बनने से हाई स्कूल के बच्चों को शिक्षा के लिए अच्छा वातावरण मिलेगा। प्रदेश सरकार द्वारा हाल में उन्नयन किये गये हायर सेकेंडरी स्कूलों में स्टाफ की भी व्यवस्था की जा रही है और भवन के लिए राशि भी मंजूर की जा रही है। इस वर्ष बालाघाट जिले के 10 हाई स्कूलों का हायर सेकेंडरी स्कूल में उन्नयन किया गया है। यह बालाघाट जिले के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा के लिए बच्चों को गणवेश, पुस्तके एवं साईकिल भी दे रही है।
अगले 24 घंटों में भारी बारिश की संभावना
मौसम विभाग द्वारा अगले 24 घंटों में जबलपुर संभाग के सभी जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। नदियों के किनारे बसे ग्रामों के ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे नदी के जल स्तर पर नजर रखें और सावधानी बरतें। अधिक वर्षा होने पर भीमगढ़ बांध से वैनगंगा नदी में पानी छोड़ा जा सकता है, जिससे नदी में जलस्तर बढ़ सकता है। जनता से भी अपील की गई है वह पुल, पुलियों पर पानी होने पर उसे पार न करें।
श्रमिकों के बच्चों को दिया जायेगा कौशल उन्नयन प्रशिक्षण, 20 अगस्त तक जमा करना होगा आवेदन
म.प्र. भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार मंडल भोपाल द्वारा पंजीकृत निर्माण श्रमिकों एवं उनके परिवार के 18 से 45 वर्ष आयु वर्ग के सदस्यों को कौशल उन्नयन प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की गई है। जिससे वे रोजगार मूलक गतिविविधयों का प्रशिक्षण लेकर आय का साधन जुटा सके। श्रम पदाधिकारी बालाघाट ने बताया कि पंजीकृत निर्माण श्रमिकों एवं उनके परिवार के 18 से 45 वर्ष आयु वर्ग के सदस्यों को चालू वित्तिय वर्ष 2013-14 में कौशल उन्नयन प्रशिक्षण योजना के अंतर्गत प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस प्रशिक्षण के अंतर्गत कम्प्यूटर, मल्टी मीडिया व कम्प्यूटर हार्डवेयर में 50, मोबाईल रिपेयर में 50, बैंकिंग/फायनेंस में 100, सेल्स/रिटेल में 100, टेलिमार्केटिंग में 50 तथा एकाउंट्स में 50 युवाओं को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य रखा गया है। इन ट्रेडों में प्रशिक्षण के इच्छुक युवा आगामी 20 अगस्त 2013 तक श्रम पदाधिकारी कार्यालय बालाघाट में आवेदन कर सकते है। आवेदन पत्र के साथ निर्माण श्रमिक के पंजीयन पत्र की छाया प्रति, आयु, शैक्षणिक योग्यता, निवास संबंधी प्रमाण पत्र तथा अपना मोबाईल नम्बर प्रस्तुत करना होगा। विभिन्न ट्रेडों में प्रशिक्षण की प्रथम बैच 25 जुलाई 2013 से प्रारंभ की जा चुकी है। कौशल उन्नयन प्रशिक्षण योजना के अंतर्गत यह प्रशिक्षण सेक्ट लीलावती इंस्टीटयूट बालाघाट में दिया जायेगा।
12.39 करोड़ मत्स्य बीज स्पान का हुआ उत्पादन, छिंदवाड़ा को दिया गया एक करोड़ स्पान
बालाघाट म.प्र. राज्य का अग्रणी मत्स्य बीज उत्पादक जिला है। इस वर्ष जिले को 15 करोड़ स्पान मत्स्य बीज उत्पादन का लक्ष्य दिया गया है। इस लक्ष्य के विरूध्द अब तक 12 करोड़ 39 लाख स्पान का उत्पादन किया जा चुका है। शीघ्र ही 15 करोड़ स्पान उत्पादन का लक्ष्य भी हासिल कर लिया जायेगा। कलेक्टर श्री बी. चन्द्रशेखर ने भी गत दिवस मत्स्य बीज प्रक्षेत्र मुरझड़ का निरीक्षण कर बीज उत्पादन कार्य का जायजा लिया था। उप संचालक मत्स्योद्योग श्री आर.के. राय ने बताया कि जिले में केवल मत्स्य बीज प्रक्षेत्र मुरझड़ में मत्स्य बीज का उत्पादन किया जाता है। इस प्रक्षेत्र पर मत्स्य बीज उत्पादन में नितंर प्रगति की जा रही है। गत वर्ष इस प्रक्षेत्र पर 13 करोड़ 53 लाख स्पान का उत्पादन किया गया था। इस वर्ष इस लक्ष्य को बढ़ाकर 15 करोड़ कर दिया गया है। 27 जुलाई 2013 तक मुरझड़ प्रक्षेत्र पर 12 करोड़ 39 लाख स्पान मत्स्य बीज का उत्पादन किया जा चुका है। शीघ्र ही 15 करोड़ स्पान उत्पादन के लक्ष्य को भी हासिल कर लिया जायेगा। उप संचालक श्री राय ने बताया कि जिले में उत्पादित इस मत्स्य बीज में से जिले के मछुआरों एवं मछुआ सहकारी समितियों को मत्स्य बीज प्रदाय किया जाता है। इसके साथ प्रदेश के अन्य जिलों को भी मत्स्य बीज प्रदाय किया जाता है। 27 जुलाई 2013 को छिंदवाड़ा जिले को एक करोड़ स्पान, शाजापुर को 18 लाख, ग्वालियर को 44 लाख, रतलाम को 20 लाख, उज्जैन को 20 लाख तथा मंदसौर को 7 लाख स्पान मत्स्य बीज प्रदाय किया गया है। मत्स्य बीज का उत्पादन एक जटिल कार्य है। उपयुक्त वातावरण मिलने पर ही मछलियों प्रजनन के बाद अंडे देती है। मत्स्य बीज प्रक्षेत्र मुरझड़ में मछलियों को उपयुक्त वातावरण प्रदान करने के लिए पंप के सहारे कृत्रिम वर्षा कराई जाती है और मादा मछलियों को हीट पर लाने के लिए इंजेक्शन लगाये जाते है। बीज उत्पादन के लिए इस प्रक्षेत्र पर 47 क्विंटल व्यस्क मछलियों का एक टैंक में संग्रहण किया गया है। मत्स्य बीज के अधिक उत्पादन एवं जिले में उसकी बढ़ती खपत से पता चलता है कि जिले में मत्स्य पालन का कार्य नितंर बढ़ता जा रहा है।
उकवा में छात्रों को किया गया पायका फुटबाल राशि का वितरण
म.प्र. शासन के खेल एवं युवा कल्याण विभाग एवं भारत सरकार द्वारा संचालित पायका योजना के अंतर्गत वर्ष 2012-13 में आयोजित जिला स्तर पायका प्रतियोगिता में विकासखंड परसवाड़ा के उकवा ग्राम पंचायत के बालक वर्ग ने प्रथम स्थान प्राप्त किया था। संभाग में बालक वर्ग से दो खिलाड़ियों का चयन होकर राज्य स्तर पर छिंदवाड़ा में तथा राष्ट्रीय स्तर पर उड़ीसा में किया गया था। उकवा के दो छात्र आशीष एवं लोकेन्द्र ने उड़ीसा में पायका प्रतियोगिता में भाग लेकर जिले को गौरवांवित किया है। इस उपलब्धि पर शासन एवं विभाग द्वारा प्रथम स्थान प्राप्त विजेता खिलाड़ियों को 150 रु. प्रति खिलाड़ी की दर से राशि का वितरण किया गया। बालक उ.मा.वि. उकवा के प्राचार्य श्री एच.सी. महोबे द्वारा विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कार राशि एवं प्रमाण पत्र प्रदान किये गये। इस अवसर पर खेल प्रशिक्षक श्री सजिन्द्र कृष्णन, प्राचार्य श्रीमती रोजमेरी मघी, खेल प्रभारी श्री टी.के. बिसेन, पी.टी.आई. श्री धीरेन्द्र नगपुरे, श्री जी.एन. पटले भी मौजूद थे।
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के आवेदकों का 31 जुलाई को साक्षात्कार
शिक्षित बेरोजगार युवाओं को स्वयं का रोजगार लगाने के लिए मदद देने प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत वर्ष 2013-14 में ऋण प्राप्ति के लिए जिन युवाओं ने जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र में अपने आवेदन जमा कर दिये हैं, उनका साक्षत्कार आगामी 31 जुलाई को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में दोपहर 3 बजे से लिया जायेगा। जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक श्री शिवदास बैन ने बताया कि आवेदकों को साक्षात्कार में मूल दस्तावेजों के साथ उपस्थित होने के लिए सूचना भेज दी गई है।
बी.पी.एल. कार्डधारकों के लिए जिले को 2300 क्विंटल नमक आबंटित, एक रुपये प्रति किलोग्राम की दर से मिलेगा नमक
म.प्र. सरकार प्रदेश के सभी बी.पी.एल. एवं अंत्योदय कार्ड धारकों को अन्नपूर्णा योजना के अंतर्गत मात्र एक रुपये प्रमि किलोग्राम की दर से नमक प्रदान कर रही है। यह नमक सरकारी उचित मूल्य दुकानों के माध्यम से विक्रय किया जा रहा है। जिले के नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों के बी.पी.एल. एवं अंत्योदय कार्ड धारकों को माह अगस्त 2013 में सरकारी उचित मूल्य दुकान से विक्रय के लिए 2300 क्विंटल नमक का आबंटन प्राप्त हुआ है। कलेक्टर श्री बी. चन्द्रशेखर ने इस नमक को लीड संस्थावार पुनराबंटित कर दिया है तथा 31 जुलाई 2013 तक इसका अनिवार्य रूप से उठाव करने के निर्देश दिये है। नगरीय क्षेत्र के बी.पी.एल. व अंत्योदय राशन कार्ड धारकों को नमक विक्रय के लिए लीड संस्था बालाघाट को 60 क्विंटल, वारासिवनी को 28 क्विंटल, कटंगी को 17 क्विंटल, बैहर को 23 क्विंटल, लांजी को 16 क्विंटल तथा बिरसा को 55 क्विंटल नमक आबंटित किया गया है। इसी प्रकार ग्रामीण क्षेत्रों के बी.पी.एल. एवं अंत्योदय कार्ड धारकों को विक्रय के लिए लीड संस्था बालाघाट को 224 क्विंटल, किरनापुर को 258 क्विंटल, लांजी को 236 क्विंटल, वारासिवनी को 182 क्विंटल, खैरलांजी को 207 क्विंटल, लालबर्रा को 227 क्विंटल, कटंगी को 247 क्विंटल, बैहर को 183 क्विंटल, बिरसा को 192 क्विंटल तथा परसवाड़ा को 145 क्विंटल नमक आबंटित किया गया है। बी.पी.एल. एवं ए.ए.वाय. राशन कार्ड पर प्रति माह एक रुपये की दर से एक किलोग्राम नमक उपलब्ध कराया जायेगा।
बी.पी.एल. कार्डधारकों के लिए जिले को 29 हजार 550 क्विंटल खाद्यान्न आबंटित
जिले के नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों के बी.पी.एल. कार्ड धारकों को माह अगस्त 2013 में सरकारी उचित मूल्य दुकान से विक्रय के लिए 29 हजार 550 क्विंटल खाद्यान्न का आबंटन प्राप्त हुआ है। इसमें 7730 क्विंटल गेहूं एवं 21 हजार 820 क्विंटल चावल शामिल है। कलेक्टर श्री बी. चन्द्रशेखर ने इस खाद्यान्न को लीड संस्थावार पुनराबंटित कर दिया है तथा 31 जुलाई 2013 तक इसका अनिवार्य रूप से उठाव करने के निर्देश दिये है। नगरीय क्षेत्र के बी.पी.एल. राशन कार्ड धारकों को विक्रय के लिए लीड संस्था बालाघाट को 269 क्विंटल गेहूं व 759 क्विंटल चावल, वारासिवनी को 105 क्विंटल गेहूं व 293 क्विंटल चावल, कटंगी को 54 क्विंटल गेहूं व 149 क्विंटल चावल, बैहर को 83 क्विंटल गेहूं व 234 क्विंटल चावल, लांजी को 49 क्विंटल गेहूं व 136 क्विंटल चावल तथा बिरसा को 210 क्विंटल गेहूं व 596 क्विंटल चावल आबंटित किया गया है। इसी प्रकार ग्रामीण क्षेत्रों के बी.पी.एल.कार्ड धारकों को विक्रय के लिए लीड संस्था बालाघाट को 928 क्विंटल गेहूं व 2620 क्विंटल चावल, किरनापुर को 858 क्विंटल गेहूं व 2423 क्विंटल चावल, लांजी को 831 क्विंटल गेहूं व 2346 क्विंटल चावल, वारासिवनी को 627 क्विंटल गेहूं व 1474 क्विंटल चावल, खैरलांजी को 670 क्विंटल गेहूं व 1893क्विंटल चावल, लालबर्रा को 708 क्विंटल गेहूं व 1999 क्विंटल चावल, कटंगी को 832 क्विंटल गेहूं व 2349 क्विंटल चावल, बैहर को 576 क्विंटल गेहूं व 1626 क्विंटल चावल, बिरसा को 595 क्विंटल गेहूं व 1679 क्विंटल चावल तथा परसवाड़ा को 440 क्विंटल गेहूं व 1244 क्विंटल चावल आबंटित किया गया है। यह खाद्यान्न बी.पी.एल. कार्ड धारकों को प्रति कार्ड 20 किलोग्राम की दर से प्रदाय किया जायेगा। इसमें 5 किलोग्राम गेहूं व 15 किलोग्राम चावल शामिल होगा।
ऊर्जा विभाग ने सरचार्ज एवं 50 प्रतिशत बकाया बिल को माफ किया, बी.पी.एल. घरेलू एवं बिलिंग प्रणाली के राशन-कार्डधारी उपभोक्ता को भी लाभ
राज्य शासन ने निर्णय लिया है कि विद्युत वितरण कम्पनियाँ यदि बी.पी.एल. घरेलू उपभोक्ताओं की 30 जून, 2013 की स्थिति में बकाया बिलों की राशि में से सरचार्ज तथा शेष बकाया राशि का 50 प्रतिशत माफ करने के लिये सहमत है, तो शेष 50 प्रतिशत राशि राज्य शासन द्वारा 5 वार्षिक समान किस्त में उपलब्ध करवाई जायेगी। प्रथम किस्त इसी वित्तीय वर्ष में विद्युत वितरण कम्पनियों को उपलब्ध करवाई जायेगी। विद्युत वितरण कम्पनियों की बिलिंग प्रणाली में ऐसे उपभोक्ता, जो बी.पी.एल. श्रेणी में चिन्हित नहीं हैं, के द्वारा बिजली बिलों के साथ गरीबी रेखा से नीचे जीवन-यापन करने वाले परिवारों (अंत्योदय परिवारों सहित) के लिये जारी राशन-कार्ड प्रस्तुत करने पर उन्हें भी सरचार्ज एवं 50 प्रतिशत माफी का लाभ मिलेगा।
पुलिस कर्मियों को मिलेगा माह में एक दिन का अवकाश
गृह मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने प्रदेश के पुलिस थानों में पदस्थ सम्पूर्ण पुलिस स्टॉफ को माह में कम से कम एक दिन का अवकाश देने के निर्देश दिये हैं। गृह मंत्री ने यह व्यवस्था पूरे प्रदेश में माह अगस्त, 2013 से लागू करने के लिये निर्देशित किया है।
जिले में 809 मि.मी. वर्षा रिकार्ड, बैहर तहसील में सबसे अधिक 1070 मि.मी. वर्षा
जिले में चालू वर्षा सत्र के दौरान एक जून से 27 जुलाई 2013 तक 809 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है। जबकि गत वर्ष इसी अवधि में 464 मि.मी. वर्षा रिकार्ड की गई थी। जिले की औसत सामान्य वर्षा 1447 मि.मी. है। चालू वर्षा सत्र में सबसे अधिक 1090 मि.मी. वर्षा बैहर तहसील में तथा सबसे कम 500 मि.मी. वर्षा लांजी तहसील में रिकार्ड की गई है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें