बिहार विधानसभा का मानसून सत्र शुक्रवार को प्रारंभ हुआ। सत्र के प्रारंभ होते ही विपक्ष ने मशरख में एक सरकारी विद्यालय में मध्याह्न् भोजन खाने से 23 बच्चों की हुई मौत के मामले को लेकर सत्ता पक्ष को घेरने की कोशिश की। मानसून सत्र के पहले दिन की कार्यवाही परंपरा के अनुसार शुरू हुई। राज्य के दिवंगत पूर्व सांसदों-विधायकों की स्मृति में शोक प्रस्ताव पेश किया गया, और विधानसभा सदस्यों ने एक मिनट का मौन रखा। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने सोमवार तक के लिए विधानसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी।
विपक्ष ने शोक प्रस्ताव में मध्याह्न् भोजन खाकर मौत के शिकार हुए 23 बच्चों के नाम न होने पर नाराजगी जताई। इसके बाद विपक्ष ने सदन से बाहर निकलकर विधानसभा परिसर में इन बच्चों के लिए उत्तराखंड में मारे गए लोगों के लिए एक शोकसभा आयोजित की और एक मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता नंदकिशोर यादव ने कहा कि सदन के अंदर उत्तराखंड में मारे गए लोगों, मशरख में 23 बच्चों की मौत, बगहा गोलीकांड में मौत के शिकार लोगों के लिए भी शोक प्रस्ताव में जगह देने की मांग की गई, परंतु सता पक्ष ने ऐसा नहीं किया। विवश हो कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों ने असमय काल के गाल में समा चुके लोगों के लिए शोकसभा का आयोजन किया।
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