होशंगाबाद/27,जुलाई,2013/ नर्मदापुरम संभाग के समस्त जिलों में माह जून से लगातार वर्षा की स्थिति वनी हुई है जिसके कारण से खेतों में जल संग्रहण की स्थिति निर्मित हो रही है। इसके बावजूद फसलों की स्थिति सामान्य रूप से ठीक अवलोकित हो रही है। फिर भी लगातार नमी होने से एवं धूप न निकलने से पौधो में जड़ सड़न एवं फफूंदजनित रोगो की संभावना बनी है। इन परिस्थितियों को ध्यानगत रखते हुए संयुक्त संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास नर्मदापुरम संभाग होषंगाबाद श्री पी.के.विश्वकर्मा द्वारा कृषकों को सलाह दी गई है कि खेतो में नाली बनाकर खेत का पानी लगातार निकालने के प्रयास करे तथा फफूंदनाशी रसायन जैसे कार्बेन्डाजिंम , बाविस्टीन अथवा कापर आॅक्सीक्लोराईड 2 ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से घोल बनाकर स्पे्र पम्प का नोजल ढीलाकर प्रभावित हिस्सों में जमीन मे सिंचन करें। साथ ही कीट व्याधि प्रकोप से बचाव हेतु निरन्तर निगरानी रखे एवं आवश्यकता पड़ने पर अनुसंशित दवाओं का उपयोग करे तथा समय-समय पर क्षेत्रीय ग्रामीण कृषि विकास अधिकारी से सम्पर्क कर सलाह लें।
शनिवार, 27 जुलाई 2013
होशंगाबाद (मध्यप्रदेश) की खबर ( 27 जुलाई )
Tags
# मध्य प्रदेश
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
मध्य प्रदेश
Labels:
मध्य प्रदेश
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें