बिछुड़ी बच्ची के मामले में शिवराज सरकार उलझी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 3 जुलाई 2013

बिछुड़ी बच्ची के मामले में शिवराज सरकार उलझी

उत्तराखंड से विमान से भोपाल लाई गई किशोरी के मामले में मध्य प्रदश सरकार उलझ गई है, एक व्यक्ति स्नेहलता को अपनी बेटी बता रहा है, जबकि वह उसे पहचानने से इंकार कर रही है। वहीं, कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधा है। सोमवार को अनाथ करार दी गई किशोरी को भिंड के महावीर शर्मा ने अपनी बेटी बताया है, साथ ही स्नेहलता की बहन आयुषी भी सामने आई है। दोनों ने मंगलवार को भोपाल पहुंचकर स्नेहलता से अस्पताल में मुलाकात की, मगर बच्ची उन्हें पहचान नहीं पा रही है। महिला बाल विकास विभाग ने एक काउंसलर की मदद से स्नेहलता से बातचीत कराई। काउंसलर का कहना है कि किशोरी सदमे में है, लिहाजा वह ज्यादा बात नहीं कर पा रही है।

गौरतलब है कि उत्तराखंड से सोमवार को 167 यात्रियों को साथ लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी पत्नी साधना सिंह के साथ विशेष विमान से भोपाल पहुंचे थे। भोपाल आए दल में ग्वालियर की स्नेहलता भी थी, जिसने बताया था कि उसके माता-पिता उत्तराखंड में खो गए हैं। बताया गया है कि स्नेहलता के माता-पिता उत्तराखंड गए थे, मगर आपदा के समय वे फंस गए थे, हालात सुधरने पर वे वापस लौट, मगर इससे पहले स्नेहलता उन्हें खेाजने उत्तराखंड निकल पड़ी। उसी दौरान उसकी मुलाकात मध्य प्रदेश के राहत शिविर में मुख्यमंत्री से हुई और वे उसे अपने साथ ले आए।

मुख्यमंत्री ने स्नेहलता को नौकरी देने के साथ उसकी सारी जिम्मेदारियां एक भाई की तरह निभाने का वादा किया था, मगर मंगलवार को जनसंपर्क विभाग ने एक बयान जारी कर बताया कि किशोरी के माता-पिता सकुशल हैं, उनकी मनोदशा ठीक नहीं है, मगर कुछ ही देर में इस बयान को वापस ले लिया गया।  उधर, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने मुख्यमंत्री पर उत्तराखंड प्रभावितों के नाम पर हल्की राजनीति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि सस्ती लोकप्रियता पाने की कोशिश की जा रही है जो मुख्यमंत्री पद की गरिमा के प्रतिकूल है। 

उन्होंने आगे कहा कि चौहान ने जिस लड़की को लेकर वाहवाही लूटी, वह कहानी ही झूठी निकली। इसके चलते मुख्यमंत्री विवाद व संदेह के घेरे में आ गए हैं। 

1 टिप्पणी:

संजय चवान -udaipur ने कहा…

कांग्रेश नेताओ के बयान से लगता हे आपदा क्या होती हे उनको नहीं पता हे , गन्दी .गिरी हुई राजनीती ही उनका पेशा बन चुकी हे -------------वा रे भारतीय लोकत्रंत?इन असामाजिक तत्व ( नेताओ)से छुटकारा कब मिलेगा देश को ?