मछुआरों की रिहाई कराने के बजाय भारत सरकार मूक दर्शक बनी हुई है : .जयललिता - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 29 अगस्त 2013

मछुआरों की रिहाई कराने के बजाय भारत सरकार मूक दर्शक बनी हुई है : .जयललिता

श्रीलंकाई नौसेना द्वारा भारतीय मछुआरों की गिरफ्तारी पर भारत सरकार के मूकदर्शक बने रहने का उल्लेख करते हुए तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे.जयललिता ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से आग्रह किया है कि वह भारतीय मछुआरों की रिहाई के लिए प्रभावी हस्तक्षेप करें।

प्रधानमंत्री को बुधवार को लिखे गए एक पत्र जिसका मसौदा गुरुवार को मीडिया को जारी किया गया, में जयललिता ने कहा, ''मैं आपसे इस मामले में तत्काल प्रभावी और निजी हस्तक्षेप करने का आग्रह करती हूं। इस मामले पर तमिलनाडु के तटीय जिलों में कई महीनों से गंभीर उत्तेजना है।''

जयललिता ने श्रीलकांई नौसेना द्वारा 26 अगस्त को पकड़े गए 35 मछुआरों का हवाला दिया। खबरों का हवाला देते हुए जयललिता ने कहा कि श्रीलंकाई नौसेना ने 35 मछुआरों को गिरफ्तार किया और आगे की कार्रवाई के लिए उनको कलपितिया पुलिस थाने ले गए।

जयललिता ने सिंह से कहा, ''मैं बहुत दुख और व्यथा के साथ लिख रही हूं कि मेरे 8.7.2013,1.8.2013,2.8.2013 और 6.8.2013 के पत्रों के बावजूद तमिलनाडु के गरीब, निर्दोष मछुआरों की रिहाई सुनिश्चित कराने के बजाय भारत सरकार एक मूक दर्शक बनी हुई है।'' उन्होंने प्रधानमंत्री से तत्काल कूटनीतिक माध्यम से कदम उठाने और मछुआरों की रिहाई सुनिश्चित कराने का आग्रह किया।

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