स्पेन में आयोजित एक फुटबाल टूर्नामेंट में झारखंड की लड़कियों के शानदार प्रदर्शन से प्रभावित होकर अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) ने देश के आदिवासी इलाकों से प्रतिभा तलाशने का फैसला किया है। रांची की 18 लड़कियों ने विपरीत परिस्थितियों में स्पेन में आयोजित अंडर-14 टूर्नामेंट में कांस्य पदक जीता। ये लड़कियां अमेरिकी नागरिक फ्रांज गाल्सटर द्वारा चलाए जा रहे एनजीओ युवा इंडिया का प्रतिनिधित्व कर रही थीं। ऐसा कहा जा रहा है कि जब ये लड़कियां अपने पासपोर्ट के लिए जन्म प्रमाणपत्र लेने पंचायत दफ्तर पहुंचीं तो उन्हें पीटा गया, झाड़ू लगवाया गया और उनकी बेइज्जती की गई।
एआईएफएफ प्रमुख प्रफुल्ल पटेल ने कहा है कि महासंघ की महिला समिति की प्रमुख सारा पायलट ने गुरुवार को इस मामले पर विचार विमर्श किया और झारखंड की इन लड़कियों की मदद के साथ-साथ आदिवासी इलाकों में प्रतिभा तलाशने की बात कही। सारा पायलट केंद्रीय मंत्री सचिन पायलट की पत्नी हैं। वह महिलाओं के उत्थान के लिए सेक्विन (सेंटर फॉर इक्वलिटी एंड इन्क्लूजन) नाम से एक एनजीओ चलाती हैं। पटेल ने कहा, "हमारी महिला समिति इस मुद्दे पर पहले ही विचार कर चुकी है और अब हमने आदिवासी इलाकों में प्रतिभाशाली लड़कियों की मदद करने का फैसला किया है।"
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें