भारत में निर्मित पहले विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रांत को 12 अगस्त को औपचारिक तौर पर नौसेना में शामिल किया जायेगा। पोत का निर्माण कोच्चि स्थित कोचीन शिपयार्ड में किया गया है।
रक्षा मंत्री एके एंटनी की पत्नी एलिजाबेथ एंटनी इसे नौसेना को समर्पित करेंगी। नौसेना की परंपरा है कि किसी भी पोत को नौसेना में समर्पित करने का गौरव किसी महिला को ही दिया जाता है। इस अवसर पर नौसेना प्रमुख एड़मिरल डीके जोशी तथा अन्य गणमान्य अतिथि मौजूद होंगे।
आईएनएस विक्रांत के निर्माण का काम चार साल पहले शुरू किया गया था। ढांचे और अधिकतर जलमग्न उपकरणों समेत इसका 75 प्रतिशत निर्माण पूरा हो चुका है। औपचारिक तौर पर नौसेना में शामिल किये जाने के समारोह के बाद इसे बाकी का निर्माण पूरा करने के लिए एक बार फिर डाकयार्ड में भेजा जायेगा। उम्मीद है कि 2016 तक इसका निर्माण शत-प्रतिशत पूरा हो जायेगा और 2018 तक यह पूरी क्षमता के साथ नौसेना में शामिल कर लिया जायेगा।
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