राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान 'आरयूएसए' ने किसी भी विश्वविद्यालय से संबद्ध होने वाले कॉलेजों की अधिकतम संख्या 200 तक सीमित करने का प्रस्ताव पेश किया है। कई राज्यों में एक अकेले विश्वविद्यालय के साथ काफी बड़ी संख्या में कॉलेजों के संबद्ध होने के मद्देनजर यह प्रस्ताव पेश किया गया है। देश के कई विश्वविद्यालयों में संबद्ध कॉलेजों की संख्या 200 से काफी ज्यादा है। उदाहरण के लिए उस्मानिया विश्वविद्यालय से 901 कॉलेज संबद्ध हैं जबकि पुणे विश्वविद्यालय के साथ 811 कॉलेज संबद्ध है। संत तुकादोजी महाराज विश्वविद्यालय नागपुर के साथ 800 कॉलेज और राजस्थान और मुम्बई विश्वविद्यालय के साथ 735 और 711 कॉलेज संबद्ध हैं।
प्रत्येक विश्वविद्यालय के साथ संबद्ध कॉलेजों की औसत संख्या 300 है। इस प्रवृत्ति से विश्वविद्यालय की अकादमिक गुणवत्ता पर नकारात्मक असर पड़ता है। यह बहुत आवश्यक है कि राज्य ज्यादा विश्वविद्यालय बनाएं ताकि एक ही विश्वविद्यालय से ज्यादा तादाद में कॉलेज न संबद्ध हों। एक लाख करोड़ रुपये की इस योजना के कार्यान्वित होने पर नए कॉलेजों और विश्वविद्यालयों की स्थापना और उन्नयन होगा। यह योजना ज्यादा तादाद में छात्रों को माध्यमिक से उच्च शिक्षा में पदार्पण कराने में भी सहायक हो सकती है।
राष्ट्रीय उच्चतर फ्लैगशिप अभियान केन्द्र द्वारा प्रायोजित एक नयी योजना है जिसका उद्देश्य सरकार के उच्च एवं तकनीकी संस्थानों को महत्पूर्ण निधियां उपलब्ध कराना है। राज्य व्यापक उच्च शिक्षा योजनाओं को विकसित करेंगे जो विस्तार इक्विटी और उत्कृष्टता जैसे मामलों को एक साथ सुलझाने के लिए एक परस्पर संबद्ध रणनीति का उपयोग करेंगे। केन्द्र से मिलने वाली निधियों का संबंध राज्य उच्च शिक्षा के अकादमिक, प्रशासनिक और वित्तीय सुधारों से होगा।
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