आतंकवादी संगठन इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) के प्रमुख यासिन भटकल की गिरफ्तारी के लिए चलाया गया अभियान बेहद गुप्त था और गिरफ्तारी के बाद भी इसकी सूचना बिहार के कुछ शीर्ष पुलिस अधिकारियों को ही दी गई थी। एक अधिकारी ने बताया कि इन शीर्ष अधिकारियों को इस बात की भी जानकारी नहीं दी गई है कि उससे कहां पूछताछ चल रही है। बिहार पुलिस प्रमुख अभयानंद ने गुरुवार को यहां कहा कि बिहार पुलिस ने भटकल की गिरफ्तारी में अहम भूमिका निभाई है जो देशभर में हुए विभिन्न विस्फोटों के मामले में वांछित है।
अभयानंद ने संवाददाताओं से कहा, "यह बिहार पुलिस है जिसने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और अन्य सरकारी एजेंसियों की भटकल की गिरफ्तारी में मुख्य रूप से मदद की है।" भटकल को भारत-नेपाल सीमा से बुधवार रात गिरफ्तार किया गया और वह बिहार पुलिस की हिरासत में है। उन्होंने कहा, "भटकल की गिरफ्तारी के बाद बिहार पुलिस अधिकारियों की एक टीम गुप्त स्थान पर उससे पूछताछ कर रही है।"
पूर्वी चंपारण जिले के पुलिस अधीक्षक विनय कुमार ने कहा कि दिल्ली लाए जाने से पहले भटकल को कड़ी सुरक्षा के बीच रक्सौल से मोतीहारी लाया जाएगा। पुलिस मुख्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक भटकल की गिरफ्तारी के पूरे अभियान को आखिरी वक्त तक गुप्त रखा गया था। उन्होंने कहा, "भटकल की गिरफ्तारी के विशेष अभियान की जानकारी कुछ चुनिंदा पुलिस अधिकारियों को ही थी।"
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक रैंक के एक अधिकारी ने बताया कि भटकल की गिरफ्तारी के बाद कुछ शीर्ष अधिकारियों को ही इसकी सूचना दी गई और उन्हें यह नहीं बताया गया कि उससे कहां पूछताछ चल रही है। उन्होंने कहा, "यह बेहद संवेदनशील मुद्दा है, इसलिए इस अभियान से जुड़े हुए लोगों के अलावा किसी अन्य से जानकारियां साझा नहीं की गईं।" राज्य सरकार ने पूरे बिहार में विशेषकर सीमावर्ती जिलों में अलर्ट जारी कर दिया है। राज्य के गृह विभाग के एक अधिकारी ने यहां बताया, "हमने जिला पुलिस अधिकारियों को अलर्ट किया है और उन्हें कड़ी निगरानी रखने को कहा है।"
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