बिहार के ग्रामीण कार्य मंत्री भीम सिंह ने गुरुवार को कहा कि 'जवान शहीद होने के लिए होते हैं।' बाद में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से फटकार मिलने के बाद अपने बयान पर खेद प्रकट करते हुए उन्होंने पूरे देशवासियों से माफी मांग ली है। सिंह ने पटना में पत्रकारों के समक्ष खेद प्रकट करते हुए कहा कि वे इस मामले को लेकर अनभिज्ञ थे। उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले मुख्यमंत्री का फोन आया था और तब उन्हें हकीकत पता चली। उन्होंने अपने बयान पर खेद प्रकट करते हुए कहा कि वे पूरे देशवासियों से माफी मांगते हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि उनके बयान को तोड़मोड़ कर पेश किया जा रहा है।
गुरुवार को पत्रकारों ने जब शहीद जवानों के शवों के आगमन पर बुधवार को पटना हवाई अड्डे पर किसी मंत्री के नहीं पहुंचने पर सवाल किया तो सिंह ने कहा कि जवान शहीद होने के लिए ही होते हैं। उन्होंने कहा कि सेना और पुलिस में नौकरी क्यों लेते हैं? मंत्री ने पत्रकारों को नसीहत देते हुए कहा कि शहादत के लिए ही लोग सेना में शामिल होते हैं।
उल्लेखनीय है कि जम्मू कश्मीर के पुंछ में शहीद हुए भारतीय सेना के पांच जवानों में से चार जवानों के शव बिहार की राजधानी पटना पहुंचे थे। परंतु जब शव रात के 10 बजे पटना के हवाई अड्डे पर पहुंचे तो बिहार सरकार का कोई मंत्री वहां उपस्थित नहीं था। बिहार सरकार ने हालांकि शहीदों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये देने की घोषणा की है। साथ ही राजकीय सम्मान के साथ शहीदों का अंतिम संस्कार भी किया।
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