पाकिस्तान के हमले में शहीद हुए पांच भारतीय जवानों में से तीन का अंतिम संस्कार हो गया। बिहार के छपरा में शहीद प्रेमनाथ और मनेर में शहीद विजय का अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस मौके पर भारी संख्या में उपस्थित लोगों ने शहीदों को नम आंखों से अंतिम विदाई दी।
कोल्हापुर में शहीद कुंडलिक माने का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस मौके पर वहां महाराष्ट्र के गृहमंत्री आरआर पाटिल शहीद को अंतिम विदाई देने पहुंचे। वहीं बिहार राज्य सरकार की ओर से कहा गया था कि संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा, लेकिन प्रेमनाथ के अंतिम संस्कार में बिहार सरकार का एक भी मंत्री नहीं पहुंचा। विज्ञान मंत्री गौतम सिंह भी नहीं, जो छपरा के ही हैं और बुधवार दिन को छपरा में ही थे। इस बीच, चार शहीदों के शव बुधवार को अपने घर बिहार पहुंच गए। आज वहीं से उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी। राज्य सरकार ने शहीदों को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई देने की घोषणा की है। हालांकि, खबर है कि पटना हवाईअड्डे पर शहीदों का शव पहुंचने के समय वहां बिहार सरकार को भी प्रतिनिधि मौजूद नहीं था। बिहार सरकार ने शहीदों के परिवार को 10-10 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है। लेकिन परिजनों ने ये राशि लेने से इन्कार कर दिया है। उन्होंने इंसाफ की मांग की है। परिजनों ने सरकार से कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
जम्मू कश्मीर के पुंछ सेक्टर में पाकिस्तान की तरफ से हुई फायरिंग में शहीद हुए बिहार रेजिमेंट के चार जवानों और महाराष्ट्र के एक जवान का आज उनके अलग-अलग पैतृक गांवों में अंतिम संस्कार किया जाएगा। बिहार रेजिमेंट के चार जवानों के शव बुधवार रात नई दिल्ली से पटना के जयप्रकाश नारायण एयरपोर्ट पर लाए गए, जहां बिहार रेजिमेंट के कई वरिष्ठ अधिकारियों ने शहीद जवानों को सलामी दी तथा उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद इन सभी शहीद जवानों के शवों को पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव भेजा गया, जहां आज राजकीय सम्मान के साथ इनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
महाराष्ट्र के एक अन्य शहीद जवान पुंडलीक माने का शव भी कोल्हापुर जिला स्थित उनके पैतृक गांव ले जाया गया गया, जहां उनका अंतिम संस्कार आज किया गया। उल्लेखनीय है कि जम्मू एवं कश्मीर के पुंछ में पाकिस्तान की तरफ से हुई फायरिंग में पांच भारतीय जवान शहीद हो गए थे। पांच में से चार जवान बिहार के रहने वाले थे। इनमें पटना के नजदीक बिहटा निवासी विजय कुमार राय, सारण जिला निवासी नायक प्रेमनाथ सिंह, भोजपुर जिला निवासी लांस नायक शंभुशरण राय और सारण जिला निवासी सिपाही रघुनंदन प्रसाद शामिल हैं। ये सभी बिहार रेजिमेंट के 21वीं बटालियन में शामिल थे। एक अन्य शहीद जवान पुंडलीक माने का शव महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिला स्थित गांव पिंपलखुर्द ले जाया गया, जहां सारा गांव चौपाल पर इकट्ठा हो गया। शहीद पुंडलीक माने अपने परिवार के इकलौते कमाऊ सदस्य थे। उनकी तनख्वाह और छोटी सी खेती पर सात लोगों का परिवार पलता था।
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