जम्मू एवं कश्मीर के पुंछ में पाकिस्तान की तरफ से हुई फायरिंग में शहीद हुए जावनों के गांव वाले पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। इस बीच शहीद विजय कुमार राय की पत्नी पुष्पा राय ने सरकार द्वारा घोषित सहायता राशि लेने से इंकार कर दिया है। बिहार की राजधानी पटना के बिहटा के आनंदपुर ठेकहा गांव निवासी शहीद विजय कुमार राय की पत्नी ने बुधवार को कहा कि क्या किसी व्यक्ति की कीमत दस लाख रुपये है। उन्होंने कहा कि वह कोई सहायता नहीं लेगी। वह कहती हैं कि पहले पाकिस्तान पर कार्रवाई हो फिर सहायता राशि की बात होगी। पुष्पा का रो-रोकर बुरा हाल है। विजय राय के चाचा रामजी सिंह कहते हैं कि आखिर पाकिस्तान बराबर भारत के सैनिकों को क्षति पहुंचाता है, परंतु सरकार कोई कदम नहीं उठाती है।
इधर, छपरा में लोगों ने रेलवे स्टेशन पर घटना के विरोध में प्रदर्शन किया। पुलिस के अनुसार पूवरेत्तर रेलवे के छपरा-सीवान रेलखंड के कोता स्टेशन पर शहीद प्रेमनाथ सिंह के गांव समहौता के लोगों ने रेल पटरी जाम कर दी और हंगामा किया। रेलवे के अधिकारी और पुलिस के समझाने के बाद लोगों ने पटरी से जाम हटाया। ग्रामीणों द्वारा पटरी जाम कर देने से रेलों का परिचालन बाधित हो गया। ग्रामीणों का कहना है कि पाकिस्तान बार-बार भारत के सैनिकों की जान ले रहा है, परंतु सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
इस बीच बिहार के विभिन्न इलाकों में भी इस घटना के विरोध में प्रदर्शन शुरू हो गया है। पटना के सुदर्शन पथ में लोगों ने जुलूस निकालकर पाकिस्तान विरोधी नारे लगाए और पाकिस्तान का पुतला दहन किया, जबकि बेगूसराय में लोगों ने प्रदर्शन किया। बेतिया में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने रैली निकाली और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और भारत के रक्षा मंत्री ए़ क़े एंटनी का पुतला फूंका।
उल्लेखनीय है कि जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में घात लगा कर किए गए पांच भारतीय जवान शहीद हो गए। पांच में से चार जवान बिहार के रहने वाले थे। इनमें बिहार के बिहटा निवासी विजय कुमार राय, छपरा निवासी नायक प्रेमनाथ सिंह, आरा निवासी लांस नायक शंभुशरण राय और छपरा निवासी सिपाही रघुनंदन प्रसाद शामिल हैं। बिहार सरकार ने शहीदों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए देने की घोषणा की है। साथ ही राजकीय सम्मान के साथ शहीदों का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
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