पूर्व रेल मंत्री व तृणमूल कांग्रेस के नेता दिनेश त्रिवेदी ने शुक्रवार को राजनीतिक दलों में 'हाईकमान' संस्कृति की आलोचना करते हुए कहा कि मौजूदा व्यवस्था में बेहतरीन नेताओं को सामने आने का मौका कभी नहीं मिलेगा। यहां इंडिपेंडेंट पॉवर प्रोड्यूर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया की ओर से आयोजित सम्मेलन में त्रिवेदी ने कहा, "अमेरिका को देखिए। उनके बेहतरीन शिक्षित पेशेवर सार्वजनिक जीवन में जाते हैं। इसका श्रेय वहां की निर्वाचन व्यवस्था को जाता है। यह किसी पार्टी हाईकमान के यह कहने जैसा नहीं होता कि फलां व्यक्ति को टिकट दिया जाएगा।"
त्रिवेदी ने कहा कि भारतीय राजनेताओं को अमेरिकी निर्वाचन संस्कृति से सीख लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अमेरिका में वर्ष 2008 में राष्ट्रपति चुनाव के दौरान डेमोक्रेट उम्मीदवार के चयन के लिए हुए चुनाव प्रचार के दौरान बराक ओबामा और हिलेरी क्लिंटन के बीच आरोप-प्रत्यारोप के बावजूद हिलेरी जब ओबामा के राष्ट्रपति बनने के बाद विदेश मंत्री बनीं तो दोनों के बीच कामकाज को लेकर अच्छा तालमेल रहा। त्रिवेदी ने कहा कि भारतीय राजनीतिक व्यवस्था में 'माई-बाप' संस्कृति के कारण ऐसा संभव नहीं है। इसे खत्म होना चाहिए।
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