बिहार में गंगा नदी के रौद्र रूप धारण कर लेने पर पटना सहित छह जिलों में बाढ़ से हालत बिगड़ गए हैं। गंगा के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि से छपरा शहर में बाढ़ का पानी घुस गया है जबकि आरा-बक्सर राजमार्ग पर भी पानी बह रहा है। बाढ़ के खतरे को देखते हुए गंगा के तटीय इलाके में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। इधर, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने मंगलवार को पटना में गंगा तट के हालात का जायजा लिया। पटना के बाढ़ नियंत्रण कक्ष के मुताबिक गंगा के जलस्तर में अभी और वृद्घि होने की संभावना है। कक्ष में प्रतिनियुक्त सहायक अभियंता एस़ क़े सहाय ने बुधवार को बताया कि गंगा नदी दीघा, गांधीघाट, हाथीदह, मुंगेर, भागलुपर और कहलगांव में खतरे के निशान के ऊपर बह रही है जबकि बागमती डेंग और बूढ़ी गंडक खगड़िया में खतरे के निशान को पार कर गई हैं।
पटना में एहतियात के तौर पर अधिकारियों को सावधान कर दिया गया है तथा सुरक्षा बांधों को सील कर दिया गया है। जल संसाधन मंत्री ने कहा कि पटना में गंगा के उफान का कोई खतरा नहीं है। उन्होंने कहा कि गंगा में गिरने वाले सभी नालों को सील कर दिया गया है तथा पंप गृह पानी निकासी के काम में लगातार लगे हुए हैं।
इधर, छपरा में बाढ़ का पानी प्रधान डाकघर, टेलीफोन एक्सचेंज परिसर में घुस गया है। भोजपुर जिले में 60 ग्राम पंचायतों के 221 से ज्यादा गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। आरा-बक्सर मार्ग पर स्थित दोघरा गांव के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 84 पर बाढ़ का पानी बह रहा है।
भोजपुर जिले के जिलाधिकारी पंकज कुमार पाल ने मंगलवार को बड़हरा प्रखंड के बाढ़ प्रभावित कई गांवों की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने दावा किया कि सभी बाढ़ प्रभावित इलाकों में बाढ़ पीड़ित लोगों के बीच राहत सामग्री का वितरण किया जा रहा है।
बक्सर जिले में भी बाढ़ की स्थिति भयावह बन गई है। बक्सर में गंगा के तटीय इलाके में कटाव के कारण लोगों में भय की स्थिति बनी हुई है। गंगा के जलस्तर में पिछले तीन दिनों से हो रही वृद्धि से मुंगेर में एकबार फिर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। मुंगेर के करीब 20 से ज्यादा गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है जिस कारण लोग सुरक्षित स्थानों की तरफ जा रहे हैं।
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