वर्ष 2012 में एचआईवी के बारे में लगाए गए अनुमानों के अनुसार 2010-11 के दौरान भारत में एचआईवी/एड्स (पीएल एचआईवी) ग्रस्त जीवित मरीजों की संख्या 20.89 लाख थी। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री अबु हासिम खां चौधरी ने राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।
मंत्री के मुताबिक 2012 के एचआईवी अनुमानों के अनुसार पीएल एचआईवी के 86.34 प्रतिशत मरीज वर्ष 2011 में 15 से 49 वर्ष की आयु वर्ग में थे। गर्भवती महिलाओं में एचआईवी फैलने को प्रॉक्सी माना जाता है। 2010-11 के एचआईवी सेंटीनल सर्विलांस के अनुसार ग्रामीण इलाकों में गर्भवती महिलाओं में एचआईवी की मौजूदगी 0.37 प्रतिशत थी, जबकि शहरी इलाकों में ऐसे मरीजों की संख्या 0.44 प्रतिशत थी।
मंत्री के मुताबिक 2012 के एचआईवी अनुमानों के अनुसार पीएल एचआईवी के 86.34 प्रतिशत मरीज वर्ष 2011 में 15 से 49 वर्ष की आयु वर्ग में थे। गर्भवती महिलाओं में एचआईवी फैलने को प्रॉक्सी माना जाता है। 2010-11 के एचआईवी सेंटीनल सर्विलांस के अनुसार ग्रामीण इलाकों में गर्भवती महिलाओं में एचआईवी की मौजूदगी 0.37 प्रतिशत थी, जबकि शहरी इलाकों में ऐसे मरीजों की संख्या 0.44 प्रतिशत थी।
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