देश के सामने कठिन आर्थिक स्थिति पैदा हो गई है और कई घरेलू और विदेशी कारणों का इसमें योगदान है। यह बात प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने गुरुवार को कही। विपक्ष द्वारा इस विषय पर लगातार प्रधानमंत्री के बयान की मांग करने के बाद मनमोहन सिंह ने राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान कहा, "देश के सामने कठिन आर्थिक स्थिति पैदा हो गई है और इसके कई कारण हैं।" उन्होंने सदन को आश्वासन दिया कि वह शुक्रवार को बयान देंगे।
उन्होंने कहा, "यदि कोई घरेलू कारण है, तो मैं उससे इंकार नहीं करता हूं, लेकिन कई विदेशी कारण भी हैं और अमेरिकी मौद्रिक रुख में बदलाव से पैदा होने वाले कारण इनमें से एक हैं।" उन्होंने कहा, "सीरिया में सन्निकट तनाव से पैदा होने वाली समस्याएं भी हैं और तेल कीमतों के कई अवश्यंभावी परिणाम भी सामने हैं।" देश की मुद्रा रुपया बुधवार को डॉलर के मुकाबले 68.80 के नए ऐतिहासिक निचले स्तर पर आ गई।
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली ने प्रधानमंत्री से बयान की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि घबराहट वाली स्थिति पैदा हो गई है और सदन यह जानना चाहती है कि इस स्थिति से निपटने के लिए प्रधानमंत्री क्या करेंगे। जेटली ने कहा, "लोकतंत्र में सारी जिम्मेदारी प्रधानमंत्री की बनती है।" मनमोहन सिंह ने कहा कि देश को ये सारी अनिश्चितताएं झेलनी होगी। प्रधानमंत्री ने कहा, "मुझे कल (शुक्रवार) बयान देकर काफी खुशी होगी और मुझे कल क्या कहना है यह सोचने के लिए कुछ समय की जरूरत होगी।"
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