सरकारी तेल विपणन कंपनियों को मौजूदा कारोबारी साल की पहली तिमाही में कुल 4,403 करोड़ रुपये का घाटा हुआ। यह जानकारी मंगलवार को पेट्रोलियम राज्य मंत्री पनाबका लक्ष्मी ने दी। लक्ष्मी ने संसद में एक लिखित जवाब में कहा, "पिछले सालों में वे (इंडियन ऑयल कॉर्प, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्प) थोड़ा लाभ इसलिए दिखा पाती थीं, क्योंकि सरकार उन्हें नकद सहायता देती थी और तेल उत्खनन कंपनियां कच्चे तेल एवं उत्पादों पर कुछ छूट देती थीं।"
मंत्री ने कहा, "अगर ये कंपनियां प्रतिपूर्ति को शामिल नहीं करतीं, तो इन्हें भारी नुकसान दिखाना पड़ता।" उल्लेखनीय है कि महंगाई से आम आदमी को राहत देने के लिए सरकार डीजल, मिट्टी के तेल एवं रसोई गैस पर नियंत्रण बनाए हुए है और अंतर्राष्ट्रीय कीमतों में वृद्धि के अनुरूप इन मदों पर घरेलू उपभोक्ता कीमतें नहीं बढ़ा रही हैं।
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