जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की छात्रा रोशनी की हालत स्थिर है लेकिन शुक्रवार को भी उसे आईसीयू में रखा गया है। रोशनी पर दो दिन पहले उसके साथी छात्र ने एक कुल्हाड़ी से हमला कर दिया था। बाद में छात्र आकाश ने आत्महत्या कर ली थी। जेएनयू के स्कूल ऑफ लेंग्वेजेज में कोरियन भाषा के 23 वर्षीय छात्र आकाश ने बुधवार को विश्वविद्यालय के एक कमरे में रोशनी पर हमला किया था। सफदरजंग अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक बी.डी. अतानी ने आईएएनएस को बताया, "गुरुवार की तुलना में रोशनी की हालत स्थिर है लेकिन वह अब भी सघन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में है।"
हमले के बाद खोपड़ी में गहरी चोटों के कारण रोशन के मस्तिष्क में खून का थक्का जम गया था जबकि उसकी दाईं कलाई बुरी तरह जख्मी हो गई थी। अतानी ने कहा, "उनके जख्मों की जांच कर उनकी मरहम-पट्टी कर दी गई है। उनके हाथ-पैरों में गति देखी जा रही है। वैसे उनके शरीर में बहुत से दूषक तत्व पहुंच गए हैं।"
रोशनी मुजफ्फरपुर के रहने वाले एक व्यवसायी की सबसे छोटी बेटी हैं। वह 12वीं की पढ़ाई के बाद उच्च शिक्षा के लिए बिहार से दिल्ली आई थीं। गुरुवार को रोशनी के भाई सुधीर गुप्ता ने कहा कि उनकी बहन का आकाश से कभी कोई संबंध नहीं रहा पर वह लंबे समय से उनके साथ था। सुधीर ने बताया, "आकाश ने कई बार मेरी बहन के सामने विवाह का प्रस्ताव रखा लेकिन उसने हर बार इससे इंकार कर दिया। शायद हमले और आत्महत्या की यही वजह रही है।"
2 टिप्पणियां:
जाने मन समझे अकल, प्यार खुदा की देन |
रखूँ कलेजे से लगा, क्यों मिस करना ट्रेन |
क्यों मिस करना ट्रेन, दर्द तो सह-उत्पादन |
करूँ सहज स्वीकार, सजा लूँ अन्तर आँगन |
मारे छुरी-कटार, मिटा देता जो यौवन |
उसको सनकी धूर्त, मानता हूँ जानेमन ||
आपकी अति-मार्मिक प्रस्तुति का लिंक लिंक-लिक्खाड़ पर है ।। त्वरित टिप्पणियों का ब्लॉग ॥
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