जिले में 10 से 12 मतदान केन्द्र पर तैनात होगा एक सेक्टर आॅफीसर
खंडवा (17 अगस्त) - जिले का पुनरीक्षित निर्वाचन प्लान प्रस्तुत तैयार किया जा रहा है। पुनरीक्षित प्लान प्रस्तुत करते समय आयोग के दिशा-निर्देशों और मंशा को ध्यान में रखते हुये जानकारी शामिल की जा रही है। जिले में 10 से 12 मतदान केन्द्र पर एक सेक्टर आॅफीसर तैनात होगा। कलेक्टर नीरज दुबे ने आज निर्वाचन संबंधी नोडल अधिकारियों की बैठक में यह बात कहीं। बैठक में अपर कलेक्टर एस.एस.बघेल, सी.ई.ओ. जिला पंचायत अमित तोमर, एस.डी.एम. हरीसिंह चैधरी, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती सपना शिवाले एवं सी.एलसोलंकी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में जिला सूचना विज्ञान अधिकारी प्रदीप पाटीदार ने बताया कि निर्वाचन के लिये प्रशिक्षण हेतु शासकीय सेवकों की सूची तैयार है। प्रत्येक विधानसभा के लिये 1200 मान से लगभग पाँच हजार को प्रशिक्षण दिया जायेगा। इनमें से लगभग एक हजार कर्मचारी बुरहानपुर में चुनाव करायेंगे। बकौल संयुक्त कलेक्टर सपना शिवाले क्रिटिकल मतदान केन्द्रों को चिन्हित कर इनमें माइक्रो आब्जरवर नियुक्त करने की तैयारी कर ली गई है। बैठक में अपर कलेक्टर श्री बघेल ने प्रशिक्षण की गुणवत्ता पर जोर देते हुये अपने अनुभव के आधार पर अधिकारियों की शंका का समाधान किया। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री दुबे ने बताया कि इस बार चुनाव में प्रत्येक 10-12 पोलिंग-बूथ पर एक सेक्टर आॅफीसर तैनात होगा। जोनलवार मजिस्ट्रेट नहीं होगा। सेक्टर मजिस्ट्रेट चुनाव की घ्ाोषणा के साथ ही सक्रिय होगा। उन्होंने कहा कि बाहुबलियों द्वारा डराये अथवा भयभीत मतदाताओं को मतदान के दिन मतदान-केन्द्र तक पहुँचाने की जिम्मेदारी पुलिस पर है। वलनरेवल मेपिंग की व्यवस्था भी इसलिये की जा रही है, ताकि ऐसे क्षेत्रों को चिन्हित कर वहाँ सुरक्षा के उपाय किये जा सकें। चुनाव के दौरान सुरक्षा का माहौल ऐसा हो, जिससे सभी मतदाता निश्चिंत होकर मतदान-केन्द्र पर पहुँचें। उन्होंने कहा कि सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट मतदान के दिन कमजोर तबकों में सम्पर्क कर यह सुनिश्चित करेंगे कि उन्होंने मतदान कर दिया है। केन्द्र द्वारा दिये जाने वाले सुरक्षा बल (सेंट्रल पैरा मिलेट्री फोर्स) को रिजर्व नहीं रखा जा जायेगा। उनका उपयोग नाका, क्रिटिकल मतदान-केन्द्र, नक्सल प्रभावित क्षेत्र, सर्विलेंस टीम, फ्लाईंग स्क्वाड में होगा। मतदान के दिन मतदान-केन्द्रों की सुरक्षा पर विशेष इंतजाम रहेगा। ईवीएम के संग्रहण-स्थल और मतदान के बाद स्ट्रांग-रूम में भी सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की जायेगी। उम्मीदवारों और प्रेक्षकों की सुरक्षा में कम्पनियों के जवान नहीं लगाये जायेेंगे। सिक्युरिटी प्लॉन के साथ-साथ रोड मेप भी तैयार किया जायेगा। निचले स्तर तक पुलिस की ट्रेनिंग आयोजित होगी। जिलों में कम्युनिकेशन की बेहतर व्यवस्था हो तथा चुनाव कार्य के लिये तैनात प्रत्येक व्यक्ति कनेक्टिविटी से जुड़ा रहेगा।
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