भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ चाहते हैं कि मैच फिक्सिंग और स्पॉट फिक्सिंग को अपराध जाए जिससे कि इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके। द्रविड़ ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि सिर्फ जागरूक करने से काम चलेगा। उचित कानून और पुलिसिया कार्रवाई के जरिए यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि इस तरह की घटनाओं में लिप्त लोगों को वास्तव में सजा मिलेगी। इससे लोगों में भय व्याप्त होगा।"
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) स्पॉट फिक्सिंग एवं स्ट्टेबाजी मामले में अभियोजन पक्ष के गवाह द्रविड़ ने खिलाड़ियों को शिक्षित किए जाने पर भी जोर दिया। वेबसाइट 'ईएसपीएनक्रिकइंफो डॉट कॉम' ने द्रविड़ के हवाले से कहा, "व्यक्तिगत रूप से मेरा मानना है कि जूनियर स्तर पर ही खिलाड़ियों को शिक्षित करना और परामर्श प्रदान करना बहुत महत्वपूर्ण है।"
आईपीएल की फ्रेंचाइजी राजस्थान रायल्स के कप्तान राहुल द्रविड़ ने इस मामले में आरोपी अपनी टीम के तीन खिलाड़ियों के बारे में कहा, "अभी मुकदमा चल रहा है और मैं किसी निर्णय पर नहीं पहुंचना चाहता। मुझे लगता है कि दोष साबित होने से पहले सभी लोगों को दोषमुक्त रहने का अधिकार है।" द्रविड़ ने साइक्लिंग में डोपिंग मामले का उदाहरण देते हुए कहा कि सिर्फ जागरूकता कार्यक्रम पर्याप्त नहीं है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें