मजलिस -ए-इत्तेहादुल मुस्लमीन (एमआईएम) ने अन्य राज्यों में चुनाव लड़कर आंध्र प्रदेश के बाहर भी अपना आधार बढ़ाने की योजना बनाई है। यह घोषणा पार्टी नेता अकबरुद्दीन ओवैसी ने की है। आंध्र प्रदेश विधानसभा के सदस्य 43 वर्षीय ओवैसी ने शनिवार रात एक विशाल जनसभा में कहा कि एमआईएम कर्नाटक, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, बिहार, गुजरात और अन्य प्रदेशों के अगले विधानसभा चुनावों में अपने उम्मीदवार उतारेगी।
पार्टी के आंध्र प्रदेश विधानसभा में सात सदस्य और मध्य प्रदेश विधानसभा में एक सदस्य है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने महाराष्ट्र और कर्नाटक के स्थानीय चुनावों में भी कुछ सीटें हासिल की है। घृणास्पद भाषण देने के आरोप में 40 दिनों तक जेल में गुजारने के बाद फरवरी में रिहा हुए ओवैसी की तब से यह पहली सार्वजनिक उपस्थिति थी। जनसभा में हजारों की संख्या में लोग, विशेषकर युवा पुराने हैदराबाद शहर के खिलवत मैदान में एकत्र हुए थे। यह सभा एमआईएम के संस्थापक सुल्तान सलाहुद्दीन ओवैसी की पांचवी पुण्यतिथि पर आयोजित की गई थी।
ओवैसी ने अपने भाषण में कहा कि उनके विरोधी उनके पतन की भविष्यवाणी कर रहे थे, लेकिन वह अधिक ताकतवर और लोकप्रिय होकर उभरे हैं। उन्होंने कहा कि एमआईएम मुस्लिमों, अन्य अल्पसंख्यकों और अपने संवैधानिक अधिकारों से वंचित समुदायों के लिए लड़ रही है। हैदराबाद से सांसद और एमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने अपने महाराष्ट्र दौरे पर रोक लगाने वाली कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार की आलोचना की और कहा कि वह अपने छोटे भाई अकबरुद्दीन को विभिन्न राज्यों का दौरा करने के लिए भेजेंगे। असदुद्दीन ने कहा, "जब मोदी हैदराबाद का दौरा कर सकते हैं तो हम अन्य राज्यों में क्यों नहीं जा सकते हैं।"
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