राज्य भर में प्रारम्भिक स्तर के 25 हजार से अधिक शिक्षक अब तक योगदान दे चुके हैं। अब दूसरे चक्र का नियोजन चल रहा है। इसके पूरा होने पर सूबे के प्राथमिक और मध्य स्कूलों को 55 से 60 हजार नए शिक्षक मिल जाएंगे। यह जानकारी बुधवार को शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव अमरजीत सिन्हा ने दी। उन्होंने कहा कि राज्यभर के डीपीओ (स्थापना) के साथ बैठक में मिले फीडबैक के अनुसार कुल 1.68 प्रारम्भिक शिक्षकों की रिक्ति के विरुद्ध अब तक 90 हजार शिक्षक अभ्यर्थियों को नियोजन पत्र जारी हो चुका है। अब नियोजन का दूसरा राउंड शुरू हो गया है और 6 से 8 जिलों में यह पूरा भी हो चुका है। श्री सिन्हा ने कहा कि अगस्त के दौरान इस राउंड के सभी जिलों में पूरा कर लेने का लक्ष्य रखा गया है।
सितम्बर-अक्टूबर तक न सिर्फ प्रारम्भिक बल्कि माध्यमिक शिक्षकों के नियोजन का तीसरा चरण पूरा हो जाएगा। तब तक 1.05 से 1.10 लाख शिक्षकों का नियोजन हो जाएगा। तीसरे चक्र के बाद प्रारम्भिक शिक्षकों की 50 हजार से अधिक जो रिक्तियां बच जाएंगी, उनके लिए विभाग वैकल्पिक उपायों पर विचार करेगा। गौरतलब है कि इससे पहले विभाग ने जून तक 90 हजार से एक लाख शिक्षकों के नियोजन का लक्ष्य रखा था। ताकि गर्मी की छुट्टी के बाद जुलाई में स्कूल खुलने पर नए शिक्षक बच्चों को पढ़ा सकें।
मगर प्रक्रियागत कारणों से यह संभव नहीं हो सका।
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