पन्ना (मध्यप्रदेश) की खबर ( 07 अगस्त) - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 7 अगस्त 2013

पन्ना (मध्यप्रदेश) की खबर ( 07 अगस्त)

धान उपार्जन के लिए 23 केन्द्र निर्धारित
पन्ना 07 अगस्त 13/किसानों को उनके उपज का अधिकतम मूल्य देने के लिए समर्थन मूल्य पर सहकारी समितियों के माध्यम से 23 केन्द्रों में धान की खरीद की जाएगी। धान उपार्जन के लिए शासन द्वारा समय पर कार्यक्रम निर्धारित किया गया है। इस संबंध में जिला खाद्य अधिकारी पन्ना ने बताया कि किसानों का पंजीयन 22 अगस्त 2013 से शुरू कर 14 सितम्बर 2013 तक किया जाना है। यदि कोई किसान खरीदी केन्द्र से पंजीयन परिवर्तन कराना चाहता है तो 26 अगस्त से 20 सितम्बर 2013 तक एक वार करा सकता है। पंजीयन करने के पश्चात किसान की ऋण पुस्तिका पर इन्द्राज किया जाएगा। जिससे की एक किसान एक बार में एक ही खरीदी केन्द्र में पंजीयन होना सुनिश्चित हो सके। पंजीकृत किसानों का सत्यापन पटवारी द्वारा पूर्ण तहसीलदार द्वारा 10 प्रतिशत एवं अनुविभागीय अधिकारी द्वारा 5 प्रतिशत किए जाने के उपरांत किसान पंजीयन में आवश्यक संशोधन किए जाएंगे। शासन द्वारा किसानों को भुगतान की सुविधा की दृष्टि से सहकारी समिति में खाता खुलवाए जाने की सलाह दी गई है। उपार्जित धान की खरीदी 28 अक्टूबर 2013 से 25 जनवरी 2014 तक की जाना है। 

सोयाबीन में कीट प्रबंधन के उपाय
पन्ना 07 अगस्त 13/कृषि विज्ञान केन्द्र पन्ना के कार्यक्रम समन्वयक डाॅ. बी. एस. किरार, डाॅ के.पी. द्विवेदी एवं पी.एस.उट्टी कीट विषेषज्ञ ने प्रतापपुर, राजापुर, दलान चैकी, जनकपुर में कृषकों के खेतों पर सोयाबीन फसल का अवलोकन किया। फसल में क्षति आर्थिक स्तर पर तम्बाकू की इल्ली 5 इल्ली प्रति मीटर, अर्द्धकुण्डलक -4 इल्ली प्रति मीटर, कम्वल कीडा-5 इल्ली एक मीटर कतार में दिखने पर कीट प्रबंधन अवष्य अपनाएं। जिसमें अर्द्ध कुण्डलक कीट (सेमी लूपर), तम्बाकू की इल्ली, तना मक्खी एवं गर्डल बीटल (चक्रृ भृग) कीट की समस्या देखी गयी। कृषक कीट को फसल क्षति के लक्षण देखकर पहचान कर प्रबंधन करें। डाॅ. बी.एस. किरार ने तना मक्खी के लक्षण पत्ती की निचली सतह पर मध्य षिरा के पास अण्डे देती है अण्डों से इल्ली निकलकर मध्य षिरा से होकर तने में प्रवेष कर जाती है। तने के अंदरूनी भाग को खाते हुये खोखला कर देती है। जिससे पत्तियों का ऊपरी भाग मुड़कर सूख जाता है। चक्र भृंग (रिंग कटर) कीट की मादा पौधें की शाखा में 6-15 मि.ली. के अंतर पर दो चक्र बनाती है। इल्लियाॅं तनों के अंदर ही अंदर खाकर सुरंग बनाती है और चकृ के ऊपर वाला भाग मुरझाकर सूख जाता है। तना छेदक एंव कीट भंृग के नियंत्रण हेतु ट्राइएजोफास 40 ई.सी.(400 मि.ली./एकड़) या प्रोफोनोफास 50 ई.सी. (400 मि.ली./एकड़) या क्विनालफाॅस 25 ई.सी. (800मि.ली./एकड़) इसके अलावा पत्तियों को खाने वाले कीट तम्बाकू की इल्ली एवं कम्बल कीट और अर्द्धकुण्डलक (सेमीलूपर) इन इल्लियों से क्षति लगभग एक जैसी होती है। इनकी मादा पत्तियों की निचली सतह पर समूह में अण्डे देती है छोटी इल्लियां पत्तियों की निचली सतह से हरे पदार्थ को खुरच कर खाती है। जिससे पत्तियां सफेद पीली तथा जालीदार हो जाती है। और बडी इल्ल्यिां पूरे खेत में फैलकर पत्तियां को काटकर खाती है। इनके नियंत्रण हेतु भी ट्राइजोफाॅस 40 ई.सी. या क्विनालफांस 25 ई.सी. या मिथोमिल 12ण्5 एल. या पाॅलीट्रिन सी 44 प्रतिषत मे से किसी एक दवा का 200 लीटर पानी/ एकड़ का घोल बनाकर छिड़काव करें।

डेंगू एवं चिकनगुनिया बीमारी से बचाव, एडवोकेसी कार्यशाला सम्पन्न
पन्ना 07 अगस्त 13/जिला मलेरिया अधिकारी पन्ना द्वारा आईपीडीपी सभाकक्ष में डेंगू एवं चिकनगुनिया बीमारी से बचाव व नियंत्रण हेतु एडवोकेसी कार्यशाला का आयोजन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. जी.पी. सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई। कार्यक्रम में डाॅ. व्ही.एस. उपाध्याय ने डेंगू, चिकनगुनिया रोग के लक्षण एवं बचाव के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि दोनांे रोग एक वायरस द्वारा फैलते हैं डेंगू बीमारी फैलाने वाला एडीज नामक मच्छर है यह काले रंग का होता है और इसके शरीर पर सफेद धब्बे होते हैं एवं यह दिन में ही काटता है। एडीज मच्छर साफ पानी जैसे टायर, टूटे हुए वर्तन, डिब्बा, कूलर आदि में अपने अण्डे देता है। इस प्रकार के भरे हुए पानी का सात दिन के अन्दर निष्पादन अवश्य कर देना चाहिए। इन दोनों रोगों में तेज बुखार आता है डेंगू बीमारी में 105-106 डिग्री तक बुखार हो जाता है रोगी के शरीर में खून की कमी आ जाती है व प्लेटलेट्स लगती है। इसी प्रकार चिकुनगुनिया में भी बुखार के साथ-साथ जोडों में असहनीय दर्द होता है। इससे बचाव ही सबसे बडा उपाय है। कार्यशाला में डाॅ. जी.पी. सिंह ने बताया कि कोई भी कार्यशाला आयोजित हो उसका उद्देश्य अवश्य पूरा किया जाय शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में इन रोगों के प्रति जागरूकता लाई जाए, साफ-सफाई का ध्यान रखा जाए। इस हेतु जिले से प्रदाय की गई आशा कार्यकर्ता को राशि में से सप्ताह में एक बार नाली गड्ढों की साफ-सफाई मिट्टी का तेल या जला हुआ मोबिआॅयल डलवाया जाए। नगरपालिका प्रतिनिधि सेनेटरी इस्पेक्टर अयोध्या प्रसाद सेन ने बताया कि नगर में प्रत्येक वार्ड में तीन सफाई कर्मचारी कार्यरत है। इनके साथ मलेरिया टीम भी अपना कार्य करें तो अधिक उपलब्धि प्राप्त होगी। कार्यशाला में डाॅ. विजय परमार ने बताया कि मम्बूसिया मछली नगर की छोटी बावडियों में संचय कर जिले के अन्य क्षेत्रों में भेजा जाय जिससे समय व धन की बचत होगी। डेंगू रोग के बारे में बताया कि यदि किसी व्यक्ति को तीन बार से अधिक बुखार आता है तो ऐसे रोगी आजन्म के लिए इम्यून हो जाते है उसे कभी डेंगू बीमारी नह होगी तथा चिकनगुनिया जिस व्यक्ति को एक बार हो जाता है उसे दोबारा उक्त बीमारी नही होगी। अंत में जिला मलेरिया अधिकारी डाॅ. ए.जी. विंचुरकर ने विभागीय गतिविधियों की जानकारी दी। 

जिले में अब तक 783.2 मि.मी. वर्षा दर्ज

पन्ना 07 अगस्त 13/जिले मेें एक जून से अब तक 783.2 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। इस संबंध में अधीक्षक भू-अभिलेख ने बताया कि तहसील पन्ना में 809 मि.मी., गुनौर में 839 मि.मी., पवई में 619 मि.मी, शाहनगर में 701 मि.मी. एवं अजयगढ़ में 947.8 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। गत वर्ष इसी अवधि मेें जिले में 570.6 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई थी। जिसमें तहसील पन्ना में 584 मि.मी., गुनौर में 643.3 मि.मी., पवई में 561.8 मि.मी., शाहनगर में 538 मि.मी. एवं अजयगढ़ में 526.1 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई थी। जिले की सभी तहसीलों में भी हल्की वर्षा हो रही है। अच्छी वर्षा के कारण धान की रौपाई में तेजी आई है।

ईलाज हेतु 38 व्यक्तियों को मिली सहायता

पन्ना 07 अगस्त 13/विधान सभा क्षेत्र पन्ना विधायक श्रीयुत श्रीकान्त दुबे ने स्वैच्छानुदान मद से 38 व्यक्तियों को ईलाज हेतु एक लाख एक हजार 500 रूपये की आर्थिक सहायता मंजूर की है। जिला योजना अधिकारी पन्ना ने बताया कि कटरा मोहल्ला पन्ना के जावेद खान, बडाबाजार पन्ना के मुन्नू गुप्ता, ग्राम उमरावन के विश्वनाथ सिंह, बेनीसागर मोहल्ला पन्ना के छुनछुन बाई, टिकुरिया मोहल्ला पन्ना की श्रीमती कमला नामदेव, जगात चैकी पन्ना के भवानीदीन पटेल, रानीगंज मोहल्ला पन्ना के गुलाब बेन, ग्राम मडला के कैलाश चन्द्र सेन, टिकुरिया मोहल्ला पन्ना की श्रीमती खातून निशा, ग्राम पंचायत फरस्वाहा के कामता प्रसाद पटेल, बाबूलाल तिवारी, ग्राम छतैनी के भगवान दास यादव, लक्ष्मण सेन, ग्राम बहिरवारा के रामस्वरूप सोनी, ग्राम बल्दूपुर के शिव प्रसाद, ग्राम सलैया के सत्यपाल सिंह, ग्राम किशनपुर के बाबूलाल तिवारी, ग्राम दिबिहा की श्रीमती सुन्ता, ग्राम रामपुर के वंशीलाल प्रजापति, ग्राम हरदी की प्रिमला तिवारी तथा ग्राम देवपुर की श्रीमती शांति को ईलाज हेतु 2-2 हजार रूपये की आर्थिक सहायता मंजूर की है। इसी प्रकार पन्ना निवासी वीरेन्द्र गंगेले, गांधी चैक पन्ना के अशोक विश्वकर्मा, ग्राम झरकुआ के रामकुपाल आदिवासी, टिकुरिया मोहल्ला पन्ना के रमेश रजक, कोतवाली चैहारा पन्ना के  ज्ञानेन्द्र सिंह बुन्देला, कटरा मोहल्ला पन्ना के दशरथ प्रसाद श्रीवास, ग्राम बनहरी के ठाकुरदीन आदिवासी, श्रीमती गौरा आदिवासी, बाबूलाल आदिवासी, ग्राम गुछारा के लल्लू लाल, ग्राम कुंवरपुर के रामस्वरूप प्रजापति तथा ग्राम सलैया की प्यारी बाई केवट को 3-3 हजार रूपये की आर्थिक सहायता राशि मंजूर की है। ग्राम तिलगवां के टीकाराम कुशवाहा को 3500 रूपये तथा ग्राम झरकुआ के महादेव प्रसाद पाण्डेय, इन्द्रपुरी कालोनी पन्ना के रामहित शुक्ला, ग्राम छानिन के नत्थू प्रसाद विश्वकर्मा एवं ग्राम पंचायत कल्याणपुर के लखन प्रताप सिंह को ईलाज हेतु 5-5 हजार रूपये की आर्थिक सहायता मंजूर की गई है। 

सोयाबीन फसल में पीला रोग से बचाव

पन्ना 07 अगस्त 13/कृषि विज्ञान केन्द्र पन्ना के संस्था प्रमुख डाॅ. बी.एस. किरार के मार्गदर्शन में कृषि वैज्ञानिक डाॅ. रीतेश जायसवाल द्वारा सोयाबी फसल में पीला रोग से बचाव के लिए कृषकों को सलाह दी है कि इस वर्ष सोयाबीन फसल में पीला रोग की समस्या आ रही है जो एक विषाणु से होता है जिससे रोगग्रस्ति पौधों की पत्तियाॅं पीली एवं छोटी हो जाती हैं। फलस्वरूप उपज कम होती हैं जिससे कृषकों को आर्थिक क्षति होती है। इस रोग का फैलाव एक पौधे से दूसरे पौधे मं सफेद मक्खी कीट द्वारा होता है। इस रोग के नियंत्रण के लिए बुवाई पूर्व मिट्टी में फोरेट 5 किग्राम एकड, बीजोपचार थायोमेथाक्साम दवा 3 ग्राम कि.ग्रा. बीज द्वारा तथा खडी फसल में थायोमेथाक्साम दवा 40 ग्राम 200 लीटर पानी में घोलकर प्रति एकड का छिडकाव करना चाहिए। यह रोग एक विषाणु द्वारा होता है अतः प्रारंभिक अवस्था में ही रोग ग्रसित पौधे को खेत से उखाडकर नष्ट कर देना चाहिए। खरपतवार की समस्या ज्यादा होने पर पीला रोग का प्रकोप बढता है। खेत से खरपतवार को नष्ट कर देना चाहिए। 

राज्यमंत्री ने दी सहायता राशि

पन्ना 07 अगस्त 13/राज्यमंत्री कृषि, लोक सेवा प्रबंधन, खेल एवं पर्यटन श्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने स्वैच्छानुदान मद से 3 व्यक्तियों को ईलाज हेतु 18 हजार रूपये की सहायता मंजूर की है। संयुक्त कलेक्टर पन्ना ने बताया है कि तहसील देवेन्द्रनगर के परषोत्तम दास अग्रवाल को ईलाज हेतु 10 हजार रूपये, तहसील अमानगंज ग्राम मडैयन पायक की कु0 सीमा सिंह को ईलाज हेतु 5 हजार रूपये तथा तहसील पन्ना के ग्राम खजुरी कुडार की श्रीमती लीला यादव को ईलाज के लिए 3 हजार रूपये की सहायता राशि मंजूर की गई है। 

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