भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल का निलंबन सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) के एक नेता के कहने पर हुआ। शुक्रवार को स्थानीय समाचार चैनलों द्वारा प्रसारित वीडियो में सपा नेता नरेंद्र भाटी दावा कर रहे हैं कि 41 मिनट के अंदर उन्होंने नोएडा की उप जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल का निलंबन कराया। वीडियो में नोएडा के सपा नेता एवं राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त नरेंद्र भाटी ने जनसभा में नागपाल के निलंबन को सही ठहराते हुए दावा किया कि उन्होंने नागपाल का निलंबित कराया।
उन्होंने कहा, "मैंने सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से रात 10.30 बजे बात की और रात 11.11 बजे उप जिलाधिकारी नागपाल के निलंबन का आदेश नोएडा के कलेक्टर के दफ्तर में आ गया।" भाटी ने कहा, "यह है लोकतंत्र की ताकत। 41 मिनट के अंदर निलंबन का आदेश लखनऊ से छपकर नोएडा आ गया।" उन्होंने कहा कि नागपाल का निलंबन न होता तो माहौल खराब होता। उल्लेखनीय है कि भाटी नोएडा से सपा के लोकसभा उम्मीदवार भी हैं।
इससे पहले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुरुवार को नागपाल के निलंबन के पीछे किसी दबाव की बात से साफ इंकार करते हुए कहा था कि यह पूरी तरह से प्रशासनिक फैसला था। सपा नेता का यह वीडियो आने के बाद विपक्षी दल सरकार पर हमलावर हो गए हैं। नागपाल को राज्य सरकार ने गत शनिवार को निर्माणाधीन मस्जिद की दीवार गिरवाने के आरोप में निलंबित कर दिया था। सरकार का कहना था कि नागपाल की कार्रवाई से दंगा भड़क सकता था। वैसे नोएडा जिलाधिकारी ने शासन को जो रिपोर्ट भेजी है, उसमें कहा गया है कि दीवार खुद ग्रामीणों ने गिराई थी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें