बिहार के सीतामढ़ी जिले के रूनीसैदपुर प्रखंड के कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में शुक्रवार को परिसर में लगे चापानल (हैंडपंप) का पानी पीने से कम से कम 50 बच्चे बीमार हो गए हैं। इनमें से 11 बच्चों की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें मुजफ्फरपुर भेजा गया है। पुलिस के अनुसार ठाहड़ गांव स्थित द्रौपदी कस्तूरबा बालिका आवासीय विद्यालय में शुक्रवार को परिसर में ही लगे चापानल के पानी से खाना भी बनाया गया और बच्चों ने यही पानी पीया भी था। पानी पीने के बाद इनकी हालत बिड़ने लगी। सभी छात्राएं गले में जलन और उल्टी की शिकायत कर रही हैं। इस घटना में एक शिक्षिका, एक रसोइया और एक वार्डन की भी तबियत बिगड़ने की खबर है।
सीतमढ़ी के सिविल सर्जन ओ़ पी़ पंजियार ने बताया कि 38 बच्चियों को गंभीर स्थिति में देखते हुए रूनीसैदपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में प्राथमिक इलाज के बाद मुजफरपुर के श्रीकृष्ण मेडिकज कॉलेज अस्पताल (एसकेएमसीएच) भेज दिया गया है। चिकित्सकों के मुताबिक सभी बच्च्यिों की स्थिति खतरे से बाहर है। एसकेएमसीएच के चिकित्सकों के मुताबिक अभी तक 18 बच्चियां यहां पहुंच चुकी हैं।
उल्लेखनीय है कि गुरुवार को सारण और गोपालगंज जिले के अलग-अलग सरकारी विद्यालयों में चापानल से पानी पीने के कारण 19 बच्चों की तबियत बिगड़ गई थी। दोनों मामलों की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। उल्लेखनीय है कि पिछले 16 जुलाई को सारण जिले के मशरख के धर्मसती गंडामन गांव में संक्रमित मध्याह्न भोजन खाने से 23 बच्चों की मौत हो गई थी।
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