देश के बैंकिंग क्षेत्र में छह सालों में आठ लाख नौकरियां - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 11 सितंबर 2013

देश के बैंकिंग क्षेत्र में छह सालों में आठ लाख नौकरियां


assocham
 देश के बैंकिंग क्षेत्र में अगले छह सालों में करीब आठ लाख नई नौकरियां मिलेंगी। यह बात बुधवार को यहां जारी एक नए अध्ययन में कही गई। एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एसोचैम) द्वारा कराए गए अध्ययन में कहा गया है कि शाखाओं का विस्तार, नए बैंक और पुराने कर्मियों की सेवानिवृत्ति के कारण नई नौकरियां तैयार होंगी। एसोचैम के महासचिव डी.एस. रावत ने कहा, "यदि आधिकारिक आंकड़ों से देखा जाए, तो सिर्फ 26 सरकारी बैंकों में ही मौजूदा कारोबारी साल में 50 हजार नौकरियों मिलेंगी। इसके अलावे इसी अवधि में 20 निजी बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और विदेशी बैंकों में भी 50 हजार से अधिक नौकरियां मिलेंगी।"

उन्होंने कहा, "आने वाले वर्षो में भी यही रुझान बना रहेगा क्योंकि नए निजी बैंक के प्रवेश से उद्योग का विस्तार होगा।" पिछले साल सरकारी बैंकों ने करीब 63 हजार नई नियुक्तियां की थी। अकेले भारतीय स्टेट बैंक में 20 हजार लिपिकों और 1,200 अधिकारियों की बहाली हुई थी। अन्य सरकारी बैंकों में 22 हजार अधिकारियों और 20 हजार लिपिक की बहाली हुई थी।

इसके अलावा मौजूदा कारोबारी साल में सरकारी बैंक अपने मौजूदा नेटवर्क में करीब 8,000 अतिरिक्त शाखाएं जोड़ने वाले हैं। इससे भी कारोबार बढ़ेगा और नई नौकरियों के अवसर बढ़ेंगे। निजी बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और विदेशी बैंक भी वर्तमान वित्त वर्ष में शाखाओं की संख्या बढ़ाएंगे।

इसके अलावे भारतीय रिजर्व बैंक मौजूदा कारोबारी साल के आखिर में यदि नए लाइसेंस जारी करता है, तो अगले कारोबारी साल में नए निजी बैंकों के प्रवेश का मार्ग तैयार हो जाएगा। इससे करीब एक लाख और नौकरियों के अवसर तैयार होंगे।

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