सीबीआई ने जेल में बंद निलंबित आईपीएस अधिकारी डीजी वंजारा से पूछताछ की जिन्होंने गुजरात के पूर्व मंत्री अमित शाह पर उन पुलिस अधिकारियों को धोखा देने का आरोप लगाया था जो कि राज्य सरकार की नीति का पालन कर रहे थे।
इससे भाजपा महासचिव अमित शाह के लिए एक नया संकट खड़ा हो सकता है। गुजरात के अहमदाबाद में वर्ष 2004 में हुए इशरत जहां मुठभेड़ मामले में सीबीआई द्वारा मुख्य आरोपी बनाये जाने के बाद साबरमती जेल में बंद वंजारा से उनके इस्तीफे के पत्र के तत्वों के बारे में पूछताछ की गई जिसमें उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की खामी भी निकाली है।
पुलिस उप महानिरीक्षक स्तर के अधिकारी वंजारा फर्जी मुठभेड़ मामले में जेल में बंद है। उन्होंने गत एक सितम्बर को त्यागपत्र दे दिया था। उन्होंने अपने पत्र में मोदी सरकार के उस तरीके के खिलाफ अपनी कटुता व्यक्त की जिस तरह वह उनके और उन अन्य अधिकारियों के साथ खड़े होने में असफल रही जो कि आतंकवाद के खात्मे के लिए सरकार की नीति का पालन कर रहे थे।
वर्ष 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी वंजारा ने कहा था कि इस सरकार ने अमितभाई शाह की गंदी चालों के जरिये दुर्भाग्य से अपने हित के लिए प्रबंधन कर रही है ताकि उसकी सभी ओर समद्धि जारी रहे। ऐसा करते हुए उसने पुलिस अधिकारियों से धोखा किया और उन्हें बीच मंझधार में डूबने के लिए छोड़ दिया।
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