बीरभूम में 2008 में अमरकोंडा मुरगादंगल कोयला ब्लाक हासिल करने में कथित धोखाधड़ी एवं आपराधिक षड़्यंत्र के एक मामले में सीबीआई संभवत: कल कांग्रेस सांसद एवं उद्योगपति नवीन जिंदल से पूछताछ करे.
सीबीआई ने इस साल जून में पंजीकृत कोयला ब्लाक आबंटन घोटाले के संबंध में 12वीं प्राथमिकी में जिंदल को नामित किया है. एजेंसी ने पूर्व कोयला राज्य मंत्री दसारी नारायण राव को भी मामले में नामित किया है. इस बीच, उच्च पदस्थ सूत्रों ने आज यहां बताया कि मामले के संबंध में पूछताछ के लिए हाजिर होने के लिए जिंदल को नोटिस जारी किए गए हैं.
नवीन जिंदल या उनकी कंपनी ‘जिंदल स्टील ऐंड पावर लिमिटेड’ की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है और उनको भेजे गए संदेशों एवं ईमेल का कोई जवाब नहीं मिला है. सूत्रों ने बताया कि ऐसी संभावना है कि जिंदल पूछताछ के लिए शुक्रवार को पेश हों. बहरहाल, उन्होंने यह भी कहा कि इसके लिए कोई तारीख अभी तक तय नहीं की गई है.
घोटाले की जांच के दौरान, यह पहला मौका है जब सीबीआई ने तत्कालीन कोयला राज्य मंत्री को प्राथमिकी में आरोपित के रूप में नामित किया है जिसमें आरोप लगाया गया है कि कोयला ब्लाक के आबंटन के एक साल के अंदर उन्हें जिंदल की कंपनियों में से एक से निवेश के रूप में दो करोड़ 25 लाख रूपये मिले. सीबीआई सूत्रों ने कहा कि 2008 में जब राव कोयला राज्य मंत्री थे तो तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर जिंदल स्टील ऐंड पावर लिमिटेड और गगन स्पांज आइरन लिमिटेड ने झारखंड के बीरभूम में अमरकोंडा मुरगादंगल कोयला ब्लाक हासिल किया था. गगन स्पांज आइरन लिमिटेड भी जिंदल की कंपनी है.
प्राथमिकी पर प्रतिक्रिया करते हुए जेएसपीएल के एक्सटर्नल अफेयर्स के प्रमुख मनु कपूर ने कहा था, ‘‘कानून पर अमल करने वाली एक कंपनी के रूप में जेएसपीएल का संचालन मजबूत नैतिक आचार संहिता से होता है. कोयला ब्लाक आबंटन की सीबीआई जांच जारी है. जांच के इस चरण में, जेएसपीएल सीबीआई के साथ पूर्ण सहयोग के लिए वचनबद्ध है.’’
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