विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने भारत और पाकिस्तान के बीच सीधी बातचीत की वकालत करते हुए आज कहा कि दोनों को अपनी पटकथा खुद लिखनी चाहिए और किसी अन्य की साजिश का शिकार नहीं होना चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र महासभा में शामिल होने यहां आये खुर्शीद ने जम्मू में कल हुए आतंकवादी हमले को अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया लेकिन कहा कि दोनों देशों को इस तरह के मुद्दों पर ध्यान देने के तरीके खोजने चाहिए। खुर्शीद ने कहा कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। लेकिन, मुझे लगता है कि हमें इसे उन लोगों के बारे में सोचते हुए देखना चाहिए, जो चीजों को आगे नहीं बढ़ने देना चाहते।
सलमान खुर्शीद नेकहा कुछ ताकतें हैं जो जाहिर तौर पर भारत और पाकिस्तान के बीच चीजों को आगे नहीं बढ़ने देना चाहतीं। इसके साथ ही, जिम्मेदारी जाहिर तौर पर और अंतत: असैन्य सरकार पर (पाकिस्तान की) होनी चाहिए। खुर्शीद ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि वे इस विषय पर ध्यान देंगे और उन्हें इसके तरीके तलाशने चाहिए। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों को मिलना चाहिए और अपनी पटकथा खुद लिखनी चाहिए। खुर्शीद ने कहा, हमें किसी अन्य की साजिश का शिकार नहीं होना चाहिए। अपनी बदालैत, राष्ट्रीय हितों के मुताबिक हम सर्वश्रेष्ठ करें और क्या जरूरत है, बैठक खत्म होने के बाद हम इस पर गौर करेंगे। उन्होंने कहा, यदि हम किसी दूसरे की साजिश का हिस्सा बनें तो हम खत्म हो जाएंगे। हमें अपनी पटकथा खुद लिखनी चाहिए। दोनों प्रधानमंत्रियों को एक पटकथा पर काम करने दीजिए और देखिए कि क्या पटकथा है। इसके बारे में बात करने के लिए हमारे पास पर्याप्त समय है।
नवाज शरीफ से मुलाकात रद्द करने की विपक्ष की मांग पर प्रतिक्रिया देते हुए खुर्शीद ने कहा, अगर आप किसी को बताना चाहते हैं कि जो कुछ हुआ, उस पर आप नाखुश हैं तो आपको उसे बताना ही होगा। क्या दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की मुलाकात के दौरान भारत पाकिस्तान को कड़ा संदेश देगा, इस प्रश्न पर खुर्शीद ने कहा कि मुझे विश्वास है कि हम वह करेंगे, जो हमारे देश के सर्वश्रेष्ठ हित में है।
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