नाबालिग के साथ दुष्कर्म का आरोप झेल रहे स्वयंभू संत आसाराम बापू की एक निकट सहयोगी ने बुधवार को राजस्थान के जोधपुर की एक अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस ने यह जानकारी दी। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शिल्पी ने बुधवार को जिला एवं सत्र न्यायालय पहुंचकर आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस अधिकारी ने बताया, "शिल्पी पर आसाराम के जोधपुर आश्रम में 15 अगस्त को आसाराम द्वारा एक 16 वर्षीय किशोरी के साथ किए गए दुष्कर्म मामले में संलिप्त रहने का आरोप है।"
पीड़िता मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में आसाराम के जिस आश्रम के छात्रावास में रहकर पढ़ रही थी, शिल्पी उसी छात्रावास की संरक्षिका हैं। आसाराम को इस मामले में एक सितंबर को गिरफ्तार किया गया, जबकि उनके दो सहयोगियों प्रकाश और शरद चंद्र ने पिछले सप्ताह पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। आसाराम के निकट सहयोगी शिवा को अपराध में सहयोग देने के आरोप में पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
इससे पहले शिल्पी ने अग्रिम जमानत के लिए याचिका दायर की थी, लेकिन न्यायालय ने उसकी याचिका खारिज कर दी थी। पुलिस अधिकारी ने बताया, "आज (बुधवार) आत्मसमर्पण करने के बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया। उससे पूछताछ की जाएगी तथा कल (गुरुवार) न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा।"
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