समाजवादी पार्टी (सपा) की आगरा में चल रही राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में आजम खान के शामिल न होने से उनकी नाराजगी की खबरों पर पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव ने नरम रुख अपनाते हुए कहा कि आजम उनसे नाराज नहीं हो सकते। आगरा में आयोजित सपा की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के समापन के बाद संवाददाता सम्मेलन में पूछे गए सवाल के जवाब में मुलायम ने कहा, "मुझे पता है आजम क्यों कार्यकारिणी की बैठक में नहीं आए। वह मुझसे नाराज नहीं हो सकते हैं।"
सपा प्रमुख ने कहा, "आजम को कहीं जाना था। इसलिए कार्यकारिणी की बैठक में नहीं आए।" कैबिनेट की बैठकों में आजम के बार-बार न शामिल होने के सवाल को टालते हुए मुलायम ने कहा कि ये सवाल आप लोग मुख्यमंत्री अखिलेश से करिए। मुलायम के इस नरम रुख को नाराज आजम को मनाने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। क्योंकि इससे पहले सपा के महासचिव राम गोपाल यादव और नरेश अग्रवाल ने गुरुवार सुबह सख्त रुख दिखाते हुए आजम पर तीखा हमला बोला था।
राम गोपाल ने कहा था, "कार्यकर्ता उम्मीद करते हैं कि पदाधिकारी इस तरह की बैठकों में आएं। अगर पदाधिकारी अपने पद की जिम्मेदारी नहीं संभाल सकते तो वह इस्तीफा दे दें या अपनी जिम्मेदारी निभाएं और बैठक में आएं।" यह पूछे जाने पर क्या आजम के मुसलमान होने के कारण सपा नेतृत्व उनके नखरे बर्दाश्त करता है, इस पर मुलायम ने कहा, "सपा ने कभी जाति और धर्म की राजनीति नहीं की।"
ऐसा माना जा रहा है कि मुजफ्फरनगर में हुई हिंसा में अखिलेश सरकार की कार्यप्रणाली से आजम खान नाराज हैं। मुलायम ने कहा, "मुजफ्फरनगर हिंसा के आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई होगी। गिरफ्तारियां हो रही हैं। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।" हिंसा की घटनाएं दोबारा न हों इसे लेकर सपा सरकार क्या कदम उठाएगी। इस पर मुलायम ने कहा, "दोषियों पर ऐसी कठोर कार्रवाई होगी जिससे वे दोबारा ऐसा कृत्य करने की हिम्मत न जुटा पाएं।"
सपा मुखिया ने कहा, "गुजरात में हुई दो वगोर्ं की हिंसा में पीड़ितों को न्याय नहीं मिला, लेकिन उत्तर प्रदेश में हम पीड़ितों को न्याय दिलाएंगे।" मुलायम के साथ मौजूद मुख्यमंत्री अखिलेश ने कहा कि वह जल्द मुजफ्फरनगर का दौरा करेंगे। जो भी लोग प्रभावित हुए हैं उन्हें सरकार की तरफ से पूरी मदद दी जाएगी।
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