पी.एच.ई. मंत्री श्री बिसेन ने पनबिहरी में किया 96.40 लाख रु. के आवासीय परिसर का लोकार्पण
म.प्र. शासन के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं सहकारिता मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन ने गत दिवस लालबर्रा विकासखंड के ग्राम पनबिहरी में 96 लाख 40 हजार रु. की निर्मित भंडारगृह एवं आवासीय परिसर का लोकार्पण किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में जिला अंत्योदय समिति की उपाध्यक्ष श्रीमती रेखा बिसेन, जनपद पंचायत अध्यक्ष श्री डुलेन्द्र ठाकरे, उपाध्यक्ष श्री रमेश नगपुरे, पूर्व अध्यक्ष श्री कैलाश अग्रवाल, जनपद पंचायत के सदस्य, अन्य विभागों के अधिकारी व बड़ी संख्या में ग्रामीण जन मौजूद थे। लालबर्रा विकासखंड के 102 ग्रामों के लिए 130 करोड़ रु. समूह पेयजल योजना पर तेजी से कार्य किया जा रहा है। इस परियोजना के लिए पनबिहरी एवं औवल्याकन्हार के बीच 96 लाख 40 हजार रु. की लागत से भंडारगृह एवं आवासीय परिसर का निर्माण किया गया है।
थाना कोतवाली एवं वारासिवनी के थाना भवन का हुआ लोकार्पण
- पुलिस जनता से जीवंत सम्पर्क बनाकर रखे---मंत्री श्री बिसेन
पुलिस को अपराधों पर नियंत्रण के लिए जनता से जीवंत सम्पर्क बनाकर रखना चाहिए। पुलिस को अपना कार्य इस तरह से करना चाहिए कि वास्तविक अपराधी को कड़ी से कड़ी सजा मिले और बेकसूर को परेशान न होना पड़े। यह बातें म.प्र. शासन के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं सहकारिता मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन ने आज बालाघाट में थाना कोतवाली एवं वारासिवनी के नवनिर्मित थाना भवन के लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। नवीन थाना भवनों के लोकार्पण कार्यक्रम में सांसद श्री के.डी. देशमुख, विधायक श्री प्रदीप जायसवाल, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के अध्यक्ष श्री उदय सिंह नगपुरे, बालाघाट रेंज के पुलिस महानिरीक्षक श्री के.पी. खरे, उप महानिरीक्षक श्री डी.पी. सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री सचिन अतुलकर, नगर पालिका अध्यक्ष श्री रमेश रंगलानी, श्रीमती स्मिता जायसवाल, जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती पुष्पा निरंजन बिसेन एवं अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मंत्री श्री बिसेन ने अपने संबोधन में कहा कि आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित थाना भवनों के मिलने से पुलिस की कार्यप्रणाली में निखार आयेगा और जवानों को कार्य करने के लिए एक नया परिवेश मिलेगा। उन्होंने कहा कि पुलिस को गांवों में बनाई गई शांति समितियों का उपयोग करना चाहिए। इससे जनता में पुलिस के प्रति नया विश्वास पैदा होगा और अपराधों पर नियंत्रण रखने में पुलिस को मदद मिलेगी। कार्यक्रम को सांसदश्री देशमुख एवं विधायक श्री जायसवाल ने भी संबोधित किया। उल्लेखनीय है कि बालाघाट में कोतवाली थाना भवन 2 करोड़ रु. की लागत से बनाया गया है। इतनी ही राशि से वारासिवनी का थाना भवन भी बनाया गया है। इन भवनों को सुरक्षा के साथ ही आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया गया है।
विधानसभा चुनाव 2013 : डाक मतपत्र के लिए सहायक कलेक्टर दीपक आर्य नोडल अधिकारी नियुक्त
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुसार आगामी विधानसभा चुनाव 2013 में चुनाव कार्य में नियुक्त प्रत्येक कर्मचारी अपने मताधिकार का प्रयोग कर सके इसके लिए उन्हें डाक मतपत्र प्रदान किया जाना अनिवार्य किया गया है। इसी कड़ी में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री बी. चन्द्रशेखर ने चुनाव कार्य के लिए नियुक्त किये जाने वाले कर्मचारियों को डाकमत प्रदान करने एवं मतदान कर्मियों का डाटाबेस अपडेशन एवं संधारण कार्य के लिए भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी सहायक कलेक्टर श्री दीपक आर्य को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। इस कार्य में सहयोग के लिए जिला योजना अधिकारी श्री मलय चक्रवर्ती को सहायक नोडल अधिकारी बनाया गया है। पूर्व में डाकमत प्रदान करने के लिए उप संचाचक सामाजिक न्याय श्री धनंजय मिश्रा को नोडल अधिकारी बनाया गया था।
आदिवासी अंचल के मरीजों को जिला चिकित्सालय लाने दो एम्बुलेंस क्रय करने की मंजूरी
- आई.ए.पी. योजना की राशि से खरीदी जायेंगें एम्बुलेंस
भारत सरकार द्वारा जिले के विशेष पिछड़े क्षेत्रों में विकास कार्यों के लिए आई.ए.पी. योजना के अंतर्गत उपलब्ध कराई गई राशि से कलेक्टर श्री बी. चन्द्रशेखर ने सिविल सर्जन बालाघाट को दो ईको मारूति एम्बुलेंस क्रय करने के लिए 8 लाख 48 हजार 480 रु. की मंजूरी प्रदान की है। इन एम्बुलेंस का उपयोग जिले के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र बैहर, बिरसा व परसवाड़ा के मरीजों को उपचार के लिए जिला चिकित्सालय लाने में किया जायेगा। सिविल सर्जन बालाघाट को एक माह के भीतर वाहन क्रय कार्य पूर्णता प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने कहा गया है। आई.ए.पी. योजना से क्रय की जाने वाली एम्बुलेंस जिले के दूरस्थ आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के मरीजों के लिए एक तरह से जीवन दायिनी का कार्य करेगी। इससे आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र की जनता को समय पर स्वास्थ्य सेवायें सुलभ कराने में मदद मिलेगी।
मॉ तुझे प्रणाम योजना में एक्सपोजर विजिट के लिये युवतियों से आवेदन पत्र आमंत्रित
म.प्र. शासन खेल एवं युवा कल्याण विभाग, भोपाल द्वारा प्रदेश के युवतियों को भारत की अंतराष्ट्रीय सीमा से अवगत कराने के लिये मॉ तुझे प्रणाम योजना प्रारंभ की गई है। योजना के अन्तर्गत युवतियों को भारत की अंतराष्ट्रीय सीमा पर सैन्य गतिविधियाेंं तथा दिनचर्या से अवगत कराया जायेगा साथ ही राष्ट्र के प्रति समपर्ण, नेतृत्व विकास पर मार्गदर्शन दिया जायेगा। योजना के अन्तर्गत जिले से 05 युवतियों का पुनः चयन किया जायेगा। इस एक्सपोजर विजिट के लिए इच्छुक युवतियों से आवेदन पत्र आमंत्रित किये गये है। आवेदक युवती को एन.सी.सी., एन.एस.एस. खिलाडी एवं अन्य सामाजिक क्षेत्र से संबंधित होना चाहिए। संबंधित आवेदक उपलब्ध न होने की स्थिति में जिला स्तरीय चयन समिति द्वारा परिस्थिति अनुसार युवओं का चयन किया जावेगा। आवेदक की आयु 15 से 35 वर्ष के बीच हो। चयन प्रक्रिया में पूर्व में अनुभव यात्रा हेतु चयनित आवेदको का पुनः चयन नहीं किया जावेगा। आवेदन पत्र कार्यालय में जमा करने की अंतिम तिथि 14 सितम्बर 2013 तक है। आवेदक को चिकित्सा प्रमाण पत्र/फिटनेस प्रमाण पत्र, जोखिम प्रमाण पत्र आवेदन पत्र के साथ संलग्न करना अनिवार्य है। आवेदन पत्र तथा अन्य जानकारी कार्यालय, जिला खेल एवं युवा कल्याण अधिकारी, मुलना स्टेडियम से प्राप्त कर सकते है।
लांजी में मंगल भवन के लिए 10 लाख रु. की मंजूरी
राज्य सभा सदस्य श्री कप्तान सिंह सोलंकी की अनुशंसा पर कलेक्टर श्री बी. चन्द्रशेखर ने लांजी में मंगल भवन निर्माण के लिए 10 लाख रु. की राशि मंजूर की है। इस कार्य के लिए ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग बालाघाट को निर्माण ऐजेंसी बनाया गया है। सांसद श्री सोलंकी द्वारा अपनी सांसद निधि से इस कार्य के लिए राशि उपलब्ध कराई गई है। इस कार्य के लिए प्रथम किश्त के रूप में ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग को 5 लाख रु. की राशि आबंटित कर दी गई है। इस कार्य को 6 माह के भीतर पूर्ण कराने के निर्देश दिये गये है। निर्माण कार्य में मजदूरों को शासन द्वारा निर्धारित दर पर मजदूरी का भुगतान करना अनिवार्य है। निर्माण कार्य स्थल पर कार्य का नाम, स्वीकृत राशि एवं मजदूरी की दर के संबंध में जानकारी देने वाला बोर्ड लगाना अनिवार्य है।
निर्माण श्रमिकों के बच्चों के लिए शिक्षा प्रोत्साहन योजना
- मेधावी छात्र-छात्राओं के लिए नगद पुरूस्कार योजना
म.प्र. भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण मंडल द्वारा पंजीकृत निर्माण श्रमिक जो भवन, सड़क, बांध, पुल, नहर, आदि कार्यों में मजदूरी करते है, उनके बच्चों के लिए शिक्षा प्रोत्साहन योजना एवं मेधावी बच्चों के लिए नगद पुरूस्कार सहायता योजना संचालित की जा रही है। इन योजनाओं का लाभ लेने के लिए निर्माण श्रमिकों के बच्चों को निर्धारित प्रारूप में अपनी शाला को आवेदन प्रस्तुत करना होगा। श्रम पदाधिकारी ने इस संबंध में बताया कि पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के बच्चों को शिक्षा प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत कक्षा पहली से 5 तक छात्र को 500 रुऋ व छात्रा को 750 रु., कक्षा 6 से 8 तक छात्र को 750 रु. व छात्रा को एक हजार रु., कक्षा 9 से 12 तक छात्र को एक हजार रु. व छात्रा को 1500 रु., स्नातक स्तर की कक्षाओं में छात्र को 1500 रु. छात्रा को दो हजार रु., स्नातकोत्तर स्तर की कक्षा में छात्र को 2500 रु. छात्रा को तीन हजार रु., स्नातक स्तर की व्यवसायिक शिक्षा में छात्र को तीन हजार रु. व छात्रा को चार हजार रु. तथा स्नातकोत्तर स्तर की व्यावसायिक परीक्षा पी.एच.डी. या शोध कार्य के लिए छात्र को चार हजार रु. व छात्रा को 5 हजार रु. की वार्षिक सहायता राशि प्रदान की जाती है। पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के मेधावी बच्चों को नगद पुरूस्कार योजना के रूप में कक्षा 5 से 7 तक छात्र को 500 रु. छात्रा को 750 रु., कक्षा 8 से 9 तक छात्र को 750 रु. व छात्रा को एक हजार रु., कक्षा 10 एवं 11 में छात्र को एक हजार रु. व छात्रा को 1500 रु., कक्षा 12 वीं में छात्र को 1500 रु. व छात्रा कोदो हजार रु., स्नातक कक्षाओं तथा स्नातकोत्तर स्तर की व्यवसायिक शिक्षा में छात्र व छात्रा को दो हजार रु. तथा स्नातकोत्तर स्तर की एम.ए., एम.काम. कक्षाओं व व्यवसायिक शिक्षा के लिए चयन होने पर छात्र व छात्रा को तीन हजार रु. की नगद पुरूस्कार राशि प्रदान की जाती है। जिले के ऐसे पंजीकृत निर्माण श्रमिक जिनके बच्चे अध्ययनरत हैं, वे इन योजनाओं का लाभ लेने के लिए निर्धारित प्रपत्र में आवेदन पत्र अपनी शाला में प्रस्तुत कर सकते है। संबंधित शासकीय शालाओं द्वारा आवेदनों का परीक्षण करने के उपरांत उसे स्वीकृत कर राशि की मांग की जायेगी। ग्रामीण क्षेत्र के लिए राशि की मांग जनपद पंचायत से तथा नगरीय क्षेत्र में नगर पालिका अधिकारी से करना होगा। निर्धारित आवेदन पत्र ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत, नगर पालिका एवं श्रम पदाधिकारी कार्यालय बालाघाट से प्राप्त किये जा सकते है।
कारंजा में विधिक सेवा सदन भवन निर्माण के लिए 20 लाख रु. की मंजूरी
राज्य सभा सदस्य श्री कप्तान सिंह सोलंकी की अनुशंसा पर कलेक्टर श्री बी. चन्द्रशेखर ने लांजी विकासखंड के ग्राम कारंजा में बालासाहेब एवं भाउराव देवरस सेवान्यास को ग्राम के वार्ड नं.-04 में विधिक सेवा भवन निर्माण के लिए 20 लाख रु. की मंजूर की है। इस कार्य के लिए सचिव बालासाहेब एवं भाउराव देवरस सेवान्यास कारंजा श्री अनिल मधुकर राव जोशी को निर्माण ऐजेंसी बनाया गया है। सांसद श्री सोलंकी द्वारा अपनी सांसद निधि से इस कार्य के लिए राशि उपलब्ध कराई गई है। इस कार्य के लिए प्रथम किश्त के रूप में सचिव बालासाहेब एवं भाउराव देवरस सेवा न्यास को 10 लाख रु. की राशि आबंटित कर दी गई है। इस कार्य को 6 माह के भीतर पूर्ण कराने के निर्देश दिये गये है। निर्माण कार्य में मजदूरों को शासन द्वारा निर्धारित दर पर मजदूरी का भुगतान करना अनिवार्य है। निर्माण कार्य स्थल पर कार्य का नाम, स्वीकृत राशि एवं मजदूरी की दर के संबंध में जानकारी देने वाला बोर्ड लगाना अनिवार्य है।
20 सितम्बर को कृषि उपज मंडी का सम्मेलन
आगामी 20 सितम्बर को कृषि उपज मंडी बालाघाट के साधारण सम्मेलन का आयोजन किया गया है। यह सम्मेलन गोंगलई स्थित मंडी कार्यालय कक्ष में दोपहर 12 बजे से प्रारंभ होगा। इस सम्मेलन में मंडी की आय-व्यय का ब्यौरा प्रस्तुत किया जायेगा तथा सिंगोला नाका एवं रजेगांव नाका का निर्माण किसान सड़क निधि से करने के संबंध में चर्चा की जायेगी। इस सम्मेलन में मंडी की केंटीन एवं शौचालय की पुन: नीलामी तथा लेव्ही में अनियमितता पाये जाने पर 12 चावल व्यापारियों से 5 गुना मंडी शुल्क वसूल करने के संबंध में चर्चा की जायेगी। मंडी के सभी सदस्यों को सम्मेलन में उपस्थित होने के लिए सूचना भेज दी गई है।
महिला सशक्तिकरण कार्यालय किराये के भवन में संचालित
जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी कार्यालय एवं जिला बाल संरक्षण अधिकारी कार्यालय वार्ड नं.-15 गौली मोहल्ला बालाघाट में डॉ. नरेन्द्र हरिनखेड़े के निवास के समीप किराये के भवन में संचालित किया जा रहा है। महिला सशक्तिकरण अधिकारी श्री आर.एस. नाग ने बताया कि महिलाओं एवं बच्चों के अधिकारों के संरक्षण के संबंध में इस कार्यालय से सम्पर्क किया जा सकता है।
जिला स्तरीय डायगोनिस्टिक टीम ने किया खैरलाँजी का भ्रमण
खरीफ फसलों कि निगरानी हेतु गठित निगरानी दल द्वारा गत दिवस विकास खण्ड खैरलाँजी के ग्राम चिचोली, मोवाड, मोहगांव, बैजू, भौरगढ, खैरलाँजी एवं अन्य ग्रामो में खरीफ फसलों का निरीक्षण किया। दल में श्री पी .एल, कोरी अनुविभागीय कृषि अधिकारी बालाघाट, डॉ. प्रमोद कुमार गुप्ता, कृषि विज्ञान केन्द्र बडगांव वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी खैरलाँजी श्री एम. के. दनेलिया, श्री ए.के. झा, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी मोवाड व श्री आर.पी. मर्सकोले तथा श्री रवीन्द्र हनवत विषय वस्तु विशेषज्ञ उपस्थित थे। खैरलांजी विकास खण्ड में खरीफ में मुख्य *प से धान की फसल लगाई जाती हैं। इसके साथ ही अन्य फसलें भी ली जाती हैं। धान की फसल की कुछ किस्म गभोट की अवस्था में व कुछ किस्म 10 दिन में गमोट में आ जायेगी। अभी इन ग्रामो मे अधिक बीमारी व कीटों का प्रकोप धान की फसल में अधिक नहीं है, खैरलाँजी ग्राम मे श्री ओमकार चिखलोंडे के खेत मे धान की फसल में तना छेदक का प्रकोप कुछ अधिक देखने मिला। जिसमें डॉ. प्रमोद गुप्ता कृषि वैज्ञानिक व अनुविभागीय कृषि अधिकारी श्री पी .एल. कोरी के द्वारा कृषकों को तना छेदक रोकने के लिए ट्रायजोफोस 800 एम.एल. प्रति हे. डालने की सलाह दी। कहीं-कही ब्लास्ट देखने में आया ब्लास्ट के लिए कार्वेन्डाजिम 2 ग्राम प्रति लिटर पानी मे डालकर छिडकाव करने कि सलाह दी गई तथा गंगई के लिये 6 कि.ग्रा. प्रति एकड़ कार्टाप हाइड्रोक्लोराई का उपयोग करने की सलाह दी गई। निगरानी दल द्वारा सभी कृषको को सलाह दी गई हैं कि वे अपने-अपने खेत का सतत निरीक्षण करें व कृषि अधिकारियों के लगातार सम्पर्क में रहें। खेताें में निगरानी दल के भ्रमण के समय श्री गुलाब कटरे, रेखलाल मोहगांव बैजू, श्री प्रमोद चांडक, मोवाड श्री कोशल नाथ तुरकर, चिचोली एवं अन्य कृषक उपस्थित थे ।
15 सितम्बर को लालबर्रा में मछली बाजार का लोकार्पण
राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत लालबर्रा में खुदरा मछली विक्रेताओं के लिए बाजार का निर्माण किया गया है। आगामी 15 सितम्बर को अपरान्ह 2 बजे म.प्र. शासन के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं सहकारिता मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन द्वारा इस नवनिर्मित बाजार का लोकार्पण किया जायेगा। उप संचालक मत्स्योद्योग श्री आर.के. राय ने बताया कि इस बाजार के बनने से क्षेत्र के मछुवारों को पृथक बाजार की सुविधा सुलभ हो जायेगी और इससे उन्हें अच्छी खासी आय हो सकेगी। मछुआरों से लोकार्पण कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होने की अपील की गई है।
रेण्डम तरीके से होगा मतगणना अमले का चुनाव
- भी जिला निर्वाचन अधिकारी/रिटर्निंग ऑफीसर को निर्देश जारी
प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव में विधानसभा क्षेत्रवार मतगणना में लगने वाले अमले का चुनाव रेण्डममाइजेशन पध्दति से किया जायेगा। भारत निर्वाचन आयोग ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के माध्यम से सभी जिला निर्वाचन अधिकारी/रिटर्निंग ऑफीसर को मतगणना स्टॉफ के रेण्डमाइजेशन के बारे में स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किये हैं। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री जयदीप गोविंद ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारी और रिटर्निंग ऑफीसर को उक्त निर्देशों का कड़ाई से पालन करवाने के निर्देश जारी किये हैं। निर्देशों में कहा गया है कि सभी जिला निर्वाचन अधिकारी मतगणना से एक सप्ताह पहले रेण्डमाइजेशन की प्रक्रिया प्रारंभ करेंगे। इसमें जिला निर्वाचन अधिकारी सॉफ्टवेयर का उपयोग कर मतगणना में लगने वाले अमले की आवश्यक संख्या के 120 प्रतिशत कर्मियों का चयन करेंगे। इसमें गणना पर्यवेक्षक/गणना सहायक/माइक्रो पर्यवेक्षक और रिजर्व अमला शामिल होगा। इस प्रारंभिक प्रक्रिया में चुनाव आयोग द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षक की उपस्थिति आवश्यक नहीं होगी। इस प्रक्रिया का उद्देश्य अमले को चिन्हित और चयनित करना है। इस अमले की जिले के किसी भी विधानसभा क्षेत्र में गणना पर्यवेक्षक/गणना सहायक/माइक्रो पर्यवेक्षक के रूप में तैनाती की जायेगी। रेण्डमाइजेशन की इस स्थिति में गणना स्टॉफ को यह कतई नहीं बताया जायेगा कि उनकी तैनाती किस विधानसभा क्षेत्र में होगी। जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा विधानसभा क्षेत्रवार रेण्डमाइजेशन की कार्रवाई गणना शुरू होने के 24 घंटे पहले पर्यवेक्षक की उपस्थिति में की जायेगी। इसके बाद रिटर्निंग ऑफीसर गणना कर्मियों को विधानसभा क्षेत्रवार नियुक्ति-पत्र देंगे। गणना हॉल में गणना पर्यवेक्षक/गणना सहायक/माइक्रो पर्यवेक्षक को टेबल आवंटन के लिये रेण्डमाइजेशन की कार्रवाई संबंधित रिटर्निंग ऑफीसर द्वारा पर्यवेक्षक की उपस्थिति में मतदान के दिन प्रात: 5 बजे की जायेगी।
आलेझरी स्कूल में अतिथि शिक्षक के लिए 20 सितम्बर तक आवेदन पत्र आमंत्रित
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय आलेझरी में हिन्दी एवं इतिहास विषय के लिए अतिथि शिक्षक वर्ग-01 हेतु आवेदन पत्र आमंत्रित किये गये है। आवेदन पत्र आगामी 20 सितम्बर तक विद्यालय के प्राचार्य के समक्ष प्रस्तुत किये जा सकते है। आवेदक को संबंधित विषय में एम.ए. के साथ ही बी.एड./डी.एङ होना चाहिए। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए आलेझरी विद्यालय के प्राचार्य से सम्पर्क किया जा सकता है।
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