विधानसभा चुनाव 2013 : बालाघाट विधानसभा क्षेत्र में बनाये गये 228 मतदान केन्द्र
आगामी विधानसभा चु नाव 2013 में मतदाताओं को मतदान के लिए अधिक दूर न जाना पड़े इसके लिए जिले के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में पर्याप्त संख्या में मतदान केन्द्र बनाये गये है। जिले के 6 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 1340 मतदान केन्द्र बनाये गये है। इनमें से विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-111 बालाघाट में 228 मतदान केन्द्र बनाये गये है। बालाघाट विधानसभा क्षेत्र में ग्राम भांडामुर्री, टेगनीखुर्द, सालेभर्री, कंजई में दो, बांदरी, डोहरा, बोट्टा, बहेगांव, जाम में तीन, सेलवा, खैरगांव, छिंदलई, पिपरिया, बबरिया, कटंगा, घोटी में दो, मोहगांव(जाम), नेवरगांव(ला.), पोंडी, रमपुरी, घटोलगांव, खुरपुड़ी, पाथरसाही, सिहोरा, देवगांव, धारावासी, मौसमी, रानीकुठार, नगपुरा में दो, औवल्याकन्हार, बिठली, पंढरापानी, बघोली में दो, टेकाड़ी, चिचगांव, नवेगांव, साल्हे, पनबिहरी में दो, पांढरवानी-लालबर्रा में पांच, टेंगनीकला, अतरी, डोरली, अमोली में दो, मानपुर में दो, बोरी-मोहगांव में तीन, बकोड़ा में दो, बेलगांव, देवरी, ददिया में दो, खामघाट, कौड़िया, मुरझड़, गोंडेगांव, डोकरबंदी, खिर्री, खारी, मिरेगांव, गणेशपुर, धरपीवाड़ा, बिरसोला में दो, साल्हे, मोहगांव में तीन, बुट्टे में दो, धपेरा में दो, छतेरा एवं ग्राम कनकी में तीन मतदान केन्द्र बनाये गये है। विधानसभा चुनाव के लिए बालाघाट विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम लवादा, चंदपुरी, चिल्लौद में दो, लेंडेझरी, डोंगरिया, बरबसपुर, कोसमी, रटेगांव, खमरिया में दो, निलजी में दो, पांडेवाड़ा, पलाकामथी, बल्हारपुर में दो, बहियाटिकुर, मरेरा, गारापुरी, खुरसोड़ी, नैतरा, कामथी, कटंगझरी में दो, पिपरिया, टेकाड़ी में दो, लोहारा में दो, बडगांव, नयाटोला, नेवरगांव(वा.) में दो, पाथरी में दो, कोपे में दो, बेहरई, मांझापुर में दो, गर्रा में चार, बालाघाट नगर में 67, भटेरा में दो, खैरी, कुम्हारी में तीन, पाथरवाड़ा, कोल्हवा, बोदा, आंवलाझरी में दो, भरवेली में सात, हिरापुर में चार, अमेड़ा में दो तथा ग्राम बघोली में एक मतदान केन्द्र बनाया गया है।
60 कृषकों को नलकूप खनन एवं पंप लगाने 11.85 लाख रु. का अनुदान मंजूर
- किसानों के बैंक खाते में ई-पेमेंट से जमा हुई राशि
किसान कल्याण तथा कृषि विकास द्वारा राष्ट्रीय कृषि विकास योजनांतर्गत जिले के 10 विकासखंडों के सामान्य वर्ग के 60 कृषकों को नलकूप खनन एवं पंप लगाने के लिए 11 लाख 85 हजार 501 हजार रु. की अनुदान राशि स्वीकृत की गई। यह राशि जिला कोषालय बालाघाट से कृषकों के बैंक खाते में आई.एफ.एस.सी. कोड के माध्यम से जमा करा दी गई है। नलकूप खनन एवं पंप लगाने के लिए विकासखंड बालाघाट 10 किसानों को एक 75 हजार रु., विकासखंड लालबर्रा एक किसान को 15 हजार रु., विकासखंड वारासिवनी 08 किसानों को एक लाख 28 हजार रु., विकासखंड कंटगी के 05 किसानों को एक लाख 15 हजार रु., विकासखंड खैरलांजी के 13 किसानों को एक लाख 93 हजार 281 रु., विकासखंड लांजी के 03 किसानों को 65 हजार रु., विकासखंड किरनापुर के दो किसानों 50 हजार रु., विकासखंड बैहर के 06 किसानों को एक लाख 44 हजार 220 रु., विकासखंड बिरसा के तीन 03 किसानों को 75 हजार रु. तथा विकासखंड परसवाड़ा के 09 किसानों को दो लाख 25 हजार रु. की अनुदान राशि स्वीकृत की गयी हैं। जिन किसानों को नलकूप खनन एवं पंप लगाने के लिए अनुदान मंजूर किया गया है उनमें ग्राम हट्टा के मूलचंद को 40 हजार रु., खैरी के अमीलाल को 15 हजार रु, बोदा के रामलाल को 15 हजार रु., नेवरगांव के ज्ञानचंद को 15 हजार रु., भटेरा के तेजराम को 15 हजार रु., कुम्हारी के राजकुमार को 15 हजार रु., रट्टा के रामकिशोर को15 हजार रु., भटेरा के सुकाजी को 15 हजार रु., भोंडवा के विष्णुदयाल को 15 हजार रु., बरबसपुर के प्रेमचंद को 15 हजार रु., सोनझरा की कृष्णा बाई को 25 हजार रु., डोंगरमाली की नान्ही बाई को 9 हजार रु., पदमपुर की फगनीबाई को 25 हजार रु., वारासिवनी के बुधाजी को 9 हजार रु., मोहगांवखुर्द के राधेश्याम को 15 हजार रु., कोहका के धनसिंह को 25 हजार रु., अर्जुननाला के रोशनलाल को 25 हजार रु., नहलेसरा के बैगालाल को 25 हजार रु. तथा जराहमोहगांव के इंदल को 15 हजार रु. की अनुदान राशि मंजूर की गई है। गुनई के पूरनलाल को 9 हजार रु., खैरी के हेमंत को 9 हजार रु., मोहगांवबैजू के गुलाबसिंह को 15 हजार रु., घोटी के हेमंत को15 हजार रु., मोवाड़ की गीताबाई को 9 हजार रु., कुम्हली के शंकरलाल को 25 हजार रु., पिपरिया के टेकलाल को 15 हजार रु., टेमनी के बाजीराव को 25 हजार रु., बम्हनवाड़ा की कमलाबाई को 25 हजार रु., घोटीघुसमारा की माल्हन बाई को15 हजार रु., खारा के उमेश कुमार को 25 हजार रु, पिपलगांवकला के के सक्टूलाल को 25 हजार रु. तथा ग्राम अगासी के दरयाव को 25 हजार रु. की अनुदान राशि मंजूर की गई है। ग्राम दलदला के सूरजलाल को 25 हजार रु., पोला के जेहरलाल को 20 हजार 70 रु., गुराखारी के यदीलाल को 25 हजार रु. व लिखनाल को 24 हजार 150 रु., जत्ता के जमुनाप्रसाद को 25 हजार रु., टिंगीपुर के राजेन्द्र को 25 हजार रु., रेंहगी की बिन्दुबाई को 25 हजार रु., मोहगांव के नत्थुलाल को 25 हजार रु., खैरलांजी की उषादेवी को 25 हजार रु.द्व बीजाटोला की योगिता को 25 हजार रु., चंदना की शांताबाइ, भीकेवाड़ा के रमेशप्रसाद, लोटमारा के किरनलाल, कुमनगांव के तिरथलाल, लोटमारा के दिनदयाल, उडदना के रूपलाल, उकवा की ओमवती को 25-25 हजार रु., रामपायली की शांताबाई, कस्बीटोला के टेकलाल, थानेगांव के दौलतराम, ओरमा के भरतलाल, मोहगांवघाट के मुरलीधर व दुर्गेश, अतरी के ताराचंद, बकोड़ी की प्रमिला को 15-15 हजार रु. तथा ग्राम बकोड़ी की मुन्नीबाई को 11 हजार 281 रु. की अनुदान राशि आबंटित की गई है।
योजनामद के दयकों का 28 सितम्बर को आहरण करने के निर्देश
जिला कोषालय के प्रभारी अधिकारी श्री जे.एस. पटियाल ने सभी विभागों के आहरण संवितरण अधिकारियों से कहा है कि वे योजनामद के देयकों का आहरण 28 सितम्बर को दोपहर 12 बजे तक कोषालय में देयक प्रस्तुत कर प्राप्त कर लें। 29 सितम्बर को रविवार का अवकाश होने तथा 30 सितम्बर को कोषालय को अर्ध्दवार्षिक लेखाबंदी होने के कारण कोषालय कार्यालय बंद रहेगा। जिसके कारण योजना मद के देयकों का आहरण 28 सितम्बर को दोपहर 12 बजे तक कराने कहा गया है।
बालाघाट के तीन वार्डों में सी.सी. रोड, बनाने के लिए पी.एच.ई. मंत्री श्री बिसेन ने किया भूमिपूजन
म.प्र. शासन के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं सहकारिता मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन ने आज बालाघाट के तीन वार्डों में 38 लाख रु. की लागत से बनने वाली सी.सी. सड़कों के लिए भूमिपूजन किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में म.प्र. राज्य अल्प संख्यक आयोग के सदस्य डॉ. तुकडयादास वैद्य, नगर पालिका अध्यक्ष श्री रमेश रंगलानी, श्रीमती वीणा कनौजिया एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मंत्री श्री बिसेन ने इस अवसर पर नागरिकों को संबोधित करते हुए कहा कि म.प्र. की सरकार ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में अच्छा वित्तिय प्रबंधन कर प्रदेश के विकास के रास्ते पर लाया है और बीमारू राज्य से म.प्र. को विकसित राज्य बना दिया है। म.प्र. की साख अच्छी होने से वित्तिय संस्थाओं से विकास कार्यों के लिए ऋण भी मिला है। प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों की सड़कों के लिए 5 हजार करोड़ रु. का ऋण मिला है। इस राशि से नगरीय क्षेत्रों में सी.सी. सड़के बनाई जा रही है। मंत्री श्री बिसेन ने कहा कि प्रदेश सरकार ने हर वर्ग के कल्याण का ध्यान रखा है। संविदा शिक्षकों को समान काम समान वेतन देने के लिए कदम उठाये गये है। कर्मचारियों को केन्द्र के बराबर 10 प्रतिशत मंहगाई भत्ता मंजूर किया गया है। उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली सरकार ने जनता की भलाई के लिए अच्छा कार्य किया है। कृषि के क्षेत्र में प्रदेश की विकास दर देश में सबसे अधिक है। 10 वर्षों में कराये गये विकास कार्यों से प्रदेश की तस्वीर ही बदल गई है। नगर पालिका अध्यक्ष श्री रंगलानी ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि बालाघाट नगर के प्रत्येक वार्ड में पक्क्ी सड़के बनाने के लिए कार्य किया जा रहा है। हर वार्ड में एक बगीचा भी बनाने का प्रयास किया जा रहा है। बालाघाट को बगीचों का शहर बना दिया जायेगा। नगरीय क्षेत्र बालाघाट के वार्ड 13 में 12 लाख 63 हजार रु., वार्ड नं.33 में 13 लाख 65 हजार रु. तथा वार्ड नं.24 में 11 लाख 70 हजार रु. की लागत से सी.सी. रोड बनाई जायेगी। यह कार्य भी शीघ्र ही प्रारंभ हो जायेगा।
चना 1100 एवं गेहँ के 500 उन्नत कृषि तकनीकी प्रदर्शन
उप संचालक कृषि श्री बी.एल. बिलैया ने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि आगामी रबी सीजन हेतु जिले में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन योजनांतर्गत उन्नत कृषि तकनीकी प्रदर्शन चना फसल 1100 एवं गेहँ फसल 500 प्रदर्शन निर्धारित किए गए हैं। जिसमें विकासखंड बालाघाट चना फसल 130 प्रदर्शन, गेहँ फसल 80 प्रदर्शन, लालबर्रा चना फसल 130 गेहूॅ 60, वारासिवनी चना 110 गेहूँ 50, कटंगी चना 100 गेहॅू 32, खैरलांजी चना 100 गेहॅू 30, लांजी चना 120 गेहॅू 63, किरनापुर चना 110 गेहॅू 53, बैहर चना 100 गेहॅू 48, बिरसा चना 100 गेहूॅ 38, परसवाड़ा चना 100 गेहॅू 46 प्रदर्शन निर्धारित किए गए हैं। इसके अतिरिक्त चने की बुवाई करने वाले किसानों को 10 वर्ष से कम उम्र की जाति पर 2200 रूपये प्रति क्विंटल एवं 10 वर्ष से अधिक उम्र की जाति पर 1200 रूपये प्रति क्विंटल का अनुदान उपलब्ध कराया जायेगा । इस हेतु कृषक अपने विकासखंड के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी कार्यालय या ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी से सम्पर्क कर सकते है।
उषा किरण के अंतर्गत कार्यशाला का आयोजन
एकीकृत बाल विकास परियोजना वारासिवनी द्वारा गत दिवस को उषा किरण योजना के अंतर्गत सामुदायिक भवन वारासिवनी में कार्यशाला का आयोजन किया गया । उषा किरण कार्यशाला में जवाहर नवोदय विघालय के उप प्राचार्या श्रीमति विद्याशरद जोशी, शासकीय महाविधालय वारासिवनी से डा. तृप्ति सोनवाने, ज.न. विधालय से श्रीमति रजनी मिश्रा, इंदिरा गांधी स्कूल से श्रीमति रोशनी राणा, पुलिस विभाग से कान्सटेबल महेन्द्र, महिला कान्सटेबल श्रीमति भारती बिसेन एवं तेजस्वरी संस्था से श्रीमति सुनिता मेश्राम, लिलावती पटले, सरोज पटले, अनुसुया बिजेवार आदि कार्यकर्ता उपस्थित थें । उषा किरण शाखा प्रभारी श्रीमति सरिता वैष्णव द्वारा मध्यप्रदेश शासन द्वारा चलाई जा रही उषा किरण योजना की आवश्यकता एवं महत्व पर प्रकाश डालते हुये बताया मध्यप्रदेश शासन द्वारा चलाई जा रही उषा किरण योजना अन्तर्गत घरेलू हिंसा से महिला संरक्षण अधिनियम 2005, नियम 2006 के प्रावधानों के अनुसार घरेलू हिंसा से पिड़ित महिलाओं, बच्चों को परामर्श व संरक्षण के साथ पुनर्वाश की व्यवस्था की गई हैं, एवं अन्य आवश्यक सेवायें जैसे कानूनी सहायता, चिकित्सा सहायता, पुलिस सहायता, हेल्प लाईन आदि सुविधायें उपलब्ध कराई गई हैं । इसके अन्तर्गत ऐसे विवादों को सामिल किया गया हैं, दो या दो से अधिक व्यक्ति जो एक ही छत के नीचे रहते है, और इनके द्वारा किसी महिला एवं बच्चों से हिन्सा की जाती हैं, व हिन्सा किसी प्रकार की शारीरिक, मानसिक, यौनिक, भावनात्मक या आर्थिक धमकिया जबरदस्ती या मनमानी से स्वतंत्रता का हनन हो सकती हैं, महिला व बालिकाओं के विरूध्द हिंसा का उनके शारीरिक, मानसिक स्वास्थ्य को काफी नुकसान पहुंचाती हैं, यदि कोई भी महिला किसी भी पारिवारिक विवादों को लेकर सीधे थाने या न्यायालय जाती है, तो परिवार में दरार पड़ सकती हैं, जिसका प्रभाव बच्चों पर पड़ता हैं । कार्यशाला में बताया गया कि महिलाओं को किसी भी प्रकार के अत्याचार एवं यौवन शोषण होता है तो उसे रोकने के लिये आवाज उठाना होगा । धीरे धीरे जो जनजागृति आयेगी समाज में जरूर सुधार आयेगा । लड़कियों को जागरूक करना होगा ताकि वे इज्जत की जिंदगी जी सके । घरेलू हिंसा के तहत् किसी भी व्यक्ति के साथ शारीरिक, मानसिक, आर्थिक शोषण हो रहा है वह चाहे शिक्षक हो, सामाजिक कार्यकर्ता हो, या कोई भी आम व्यक्ति हो उस समस्या को हल करना होगा । परियोजना अधिकारी श्रीमति मंजू शुक्ला द्वारा घरेलू हिंसा पर विस्तृत जानकारी देते हुये बताया गया किशोरी बालिकाओं ने नैतीक बल उत्पन्न करना होगा, किशोरी बालिकाओं को जागरूक करना होगा ताकि वह अपने आप में अपनी रक्षा करने हेतु सक्षम हो सके । महिलाओं को आगे आकर अपने आत्म बल के साथ हर प्रकार की मुसीबतों को सामना करना होगा । बाल संरक्षण गृह से आये हुये श्री प्रणव पाठक जी द्वारा भी बाल संरक्षण गृह पर विस्तृत जानकारी देते हुये बताया गया कि हमारे यह शिशु गृह में शून्य से पांच वर्ष के बच्चे बाल संरक्षण गृह में छः से अठारह वर्ष के बच्चों को बाल संरक्षण गृह में रखा जाता हैं, वहा पर उनकी पूरी परवरिस होती है। नवोदय विघालय के उप प्राचार्या श्रीमति विद्या शरद जोशी द्वारा घरेलू हिंसा पर प्रकाश डालते हुये कहां कि स्वस्थ समाज के निर्माण में पुरूषों एवं युवाओं की समान भागेदारी हैं, इसी महिला के साथ यदि कोई दुराचार होता हैं, तो उसमे बराबरी की भागीदारी के साथ उस महिला का साथ देकर उसे न्याय दिलाना चाहियें । हमें नारी का सम्मान करना होगा । शिक्षा विभाग से आई श्रीमति दुबे मेडम द्वारा उषा किरण योजना के तह्त बताया गया कि हमारे स्कूल में लड़किया प्राय बालिकायें गांव से आती है, तो रास्ते में यदि उन्हें कोई परेशानी आती हैं, तो उन परेशानी का सामना कैसे करे और उन्हें तैयार केैसे करें बालिकाओं को तैयार करना होगा ।
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