बिहार की राजधानी पटना में प्रदर्शन कर रहे विद्युतकर्मियों पर शुक्रवार को पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज के खिलाफ शनिवार को कर्मचारियों ने हंगामा किया। इधर, उर्जा मंत्री विजेन्द्र प्रसाद यादव और कर्मचारी संघ के नेताओं की बैठक के बाद सुबह पटना सहित राज्य के कई जिलों में विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी गई है। यहां 10 घंटे के लिए बिजली की आपूर्ति ठप हो गई थी। विद्युत कामगार कर्मचारी संघ द्वारा बिजली कंपनियों में प्रबंधन की मनमानी के खिलाफ और लंबित मांगों के समर्थन में किए जा प्रदर्शन के दौरान हुए लाठीचार्ज के विरोध में सभी कर्मचारी शुक्रवार शाम हड़ताल पर चले गए थे। इससे विद्युत आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गई थी और पटना सहित राज्य के अधिकांश इलाकों में अंधेरा छा गया था। ऊर्जा मंत्री और कर्मचारी संघ के नेताओं के बीच हुई बैठक के बाद हड़ताली कर्मचारी काम पर वापस लौटे और शनिवार सुबह से विद्युत आपूर्ति बहाल हुई।
इस बीच, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लाठीचार्ज मामले की जांच के आदेश पटना के जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को दे दिए हैं। बिहार पॉवर सर्विस इंजीनियर एसोसिएशन के अध्यक्ष बीरेन्द्र कुमार ने हड़ताल वापस लेने की घोषणा करते हुए कहा कि सोमवार शाम ऊर्जा मंत्री के साथ दोबारा बैठक होगी। उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो कर्मचारी 25 सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
इधर, लाठीचार्ज के दोषी पुलिस अधिकारियों पर कारवाई करने की मांग को लेकर विद्युत कर्मचारी विद्युत भवन के सामने हंगामा कर रहे हैं। ये कर्मचारी नार्थ बिहार पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी और साउथ बिहार पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के प्रबंध निदेशक को हटाने की मांग कर रहे हैं।
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