देश के लिए एक वैकल्पिक नीति पर विचार के लिए वाम कन्वेंशन का अयोजन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 12 सितंबर 2013

देश के लिए एक वैकल्पिक नीति पर विचार के लिए वाम कन्वेंशन का अयोजन

cpi logo
पटना, 12 सितंबर। देश के लिए एक वैकल्पिक नीति पर विचार करने के लिए चार वामदलों-भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माक्र्सवादी), आॅल इंडिया फारर्वड ब्लाॅक तथा आर.एस.पी. की ओर से पटना के भारतीय नृत्यकला मंदिर में 15 सितम्बर को एक राजनीतिक कन्वेंशन का अयोजन किया गया है। कन्वेंशन 11 बजे दिन से शुरू होगा। कन्वेंशन को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव गुरूदास दास गुप्त सांसद, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माक्र्सवादी) के महासचिव प्रकाश करात तथा आॅल इंडिया फारवर्ड ब्लाॅक के राष्ट्रीय सचिव एवं पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री हाफीज आलम तैरानी संबोधित करेंगे।
     
आज भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य कार्यालय से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि वर्तमान केन्द्र सरकार देशी-विदेशी कारपोरेट घरानों के हित में नीतियां बना रही हैं और आम आदमी की घोर उपेक्षा कर रही है। बिहार की राज्य सरकार भी केन्द्र सरकार की ही नीतियों का अनुशरण कर रही है।
    
देश में अब साबित हो गया है कि पूंजीवादी पार्टियाँ कृषि संकट, मंहगाई, बेरोजगारी, गरीबी, बेलगाम भ्रष्टाचार, दलितों, महिलाओं और अल्पसंख्यकों पर बढ़ते अत्याचार आदि समस्याओं को हल करने में फेल हो गयी हैं। उनकी विफलता का कारण देशी-विदेशी कारपोरेट घरानों को लाभ पहुँचाने वाली उनकी पूंजीवादी नीतियां हैं। इन नीतियों के केन्द्र में आम आदमी नहीं, बल्कि देशी-विदेशी कारपोरेट घरानें है। इन नीतियों को बदले बिना और उनकी जगह नयी वैकल्पिक नीतियां अपनाए बगैर आम आदमी की समस्याओं का समाधान नहीं हो सकता है।
   
इसी उद्ेश्य से जनपक्षीय वैकल्पिक नीतियों पर विचार करने के लिए चार वाम दलों का यह राजनीतिक कन्वेंशन आयोजित है। इन्हीं जनपक्षीय वैकल्पिक नीतियों के  आधार पर चारों वामदल कार्यक्रम आधारित वाम जनवादी विकल्प निर्मित करने के  लिए देश व्यापी अभियान चलायेंगे। चारों वाम दलों के राज्य स्तर के नेता भी कन्वेंशन को संबोधित करेंगे।

कोई टिप्पणी नहीं: