पटना, 26 सितंबर। बिहार में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सी॰पी॰आई॰) द्वारा भूमि आंदोलन की शुरूआत होते ही उसके नेताओं और कार्यकत्र्ताओं की हत्याओं का दौर शुरू हो गया है। इस आंदोलन की शुरूआत गत 12 अगस्त को पूरे राज्य में हुई और खगडि़या जिला के अलौली प्रखंड में आंदोलन की तैयारी में लगे सीपीआई के नेता विन्देश्वरी साह की हत्या 7 अगस्त को कर दी गयी। इसी आंदोलन की अगली कड़ी थी 26 सितंबर को राज्य के सभी कलक्टरियों पर जिला प्रदर्शन। इसी की तैयारी में लगे थे पार्टी के अलौली के अंचल मंत्री सुखदेव राम। 25 सितंबर की शाम भू-स्वामियों के भाड़े के अपराधकर्मियों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी।
इस जघन्य हत्याकांड की कड़ी निन्दा करते हुए सीपीआई के राज्य सचिव राजेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा है कि ‘‘भू-स्वामियों ने का सुखदेव राम की हत्या करके पार्टी की कतारों को, भूमि सुधार के पक्षधर तमाम दलों, संगठनों और व्यक्तियों को तथा राज्य के सभी 21 लाख भूमिहीन परिवारों को चुनौती दी है। वे राज्य में भूमि संघर्ष को कामयाबी की मंजिल तक पहुँचाकर भू-स्वामियों की इस चुनौती का माकूल जवाब देंगे’’ राज्य सचिव ने अपने कर्मठ और निष्ठावान साथी की हत्या पर आक्रोश जाहिर किया है उनके शोकाकुल परिवार को संवेदना प्रेषित की है।
का॰ सुखदेव राम कल शाम को जिला रैली की तैयारी का काम पूरा करके अलौली से अपने गाँव संझौती वापस जा रहे थे। रास्ते में अम्बा मोड़ के नजदीक मोटर सायकिल पर सवार तीन हत्यारों ने उन्हें गोलियों से भून डाला। घटनास्थल पर ही उनकी मृत्यु हो गयी। इसकी खबर मिलते ही लोगों की भीड़ जुट गयी। खगडि़या से पार्टी के राज्य सचिवमंडल सदस्य और पूर्व विधायक सत्य नारायण सिंह भी पहुँच गये।
आज सुबह सत्य नारायण सिंह के नेतृत्व में सुखदेव राम का शव जुलूस निकला जो दोपहर को खगडि़या कलक्टरी पहुँचा। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक कलक्टरी पर आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन हुआ जिसमंे 15,000 लोगों ने भाग लिया। रैली को संबोधित करते हुए सत्य नारायण सिंह, राज्य कार्यकारिणी सदस्य तथा पूर्व विधायक राजेन्द्र राजन, जिला मंत्री प्रभाकर सिंह, प्रभाशंकर सिंह, पुनीत मुखिया आदि नेताओं ने भूमि संघर्ष को आखिरी मंजिल तक पहुँचाकर का॰ सुखदेव राम की हत्या का बदला लेने का संकल्प लिया।
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