मुंबई के मझगांव इलाके में कल ढही बृहनमुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) की पांच मंजिला रिहायशी इमारत के मलबे में जीवित बचे लोगों का तलाश अभियान आज भी जारी है। इस बीच इस हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 25 तक पहुंच गई है।
निगम सूत्रों ने कहा कि इस हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 25 पहुंच गई है और 32 लोग घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि मलबे में अभी और लोगों के दबे होने की आशंका है। हालांकि मृतकों की अभी तक पहचान नहीं हो पायी है। वहीं घायलों को सरकारी जेजे अस्पताल और नैयर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
कल रात मरने वालों की संख्या 13 थी, जिसके एक ही परिवार के तीन सदस्य भी शामिल थे। हादसे के बाद भारी मशीनों ने जब कंक्रीट के विशालकाय टुकड़ों को हटाना शुरू किया और बचावकर्मियों ने इमारत के मलबे में मृतकों या जीवित बचे लोगों की तलाश शुरू की, तो लापता लोगों के परिजन रो पड़े। 30 साल पुरानी इस इमारत में करीब 21 परिवार रह रहे थे जो बीएमसी के किरायेदार थे। इमारत को सी-2 श्रेणी में रखा गया था, जिसका मतलब इसकी तुरंत मरम्मत की जरूरत थी। यह इमारत मझगांव इलाके में बाबू गेनु बाजार के पास ब्रहमदेव खोट मार्ग पर स्थित है, जो हार्बर रेलवे लाइन पर डाकयार्ड रोड रेलवे स्टेशन के निकट है।
बचाये गए लोगों में अनीष कदम (10), दीप्तेश कदम (16), हबीब शेख (22), तौकीर शेख (22), हारून शेख (24) और अजय चेंदवनकर (40) हैं। बचाव अभियान के दौरान अग्निशमन दल के अधिकारी डी़ एस़ पाटिल घायल हो गए। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कल वरिष्ठ अधिकारियों की एक बैठक बुलाकर उनसे प्रभावी राहत और बचाव अभियान सुनिश्चित करने को कहा। वह घायलों का हालचाल लेने के लिए जेजे अस्पताल भी गए और इस इमारत के ढहने के पीछे जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया।
इस बीच बीएमसी ने कहा कि उसने इमारत ढहने की घटना की जांच के लिए दो समितियां बनाई हैं और शहर में इस तरह की और इमारतों की पड़ताल का आदेश दिया है। निगम के अधिकारियों ने कहा कि मामामियां डेकोरेटर के खिलाफ एक शिकायत दर्ज की गयी है, जिसने कथित तौर पर इमारत के भूतल पर कुछ बदलाव किये थे। निगम ने प्रत्येक मृतक के परिवार को 2-2 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। प्रभावित परिवारों को आसपास के क्षेत्र में आवास की सुविधा प्रदान की जाएगी। अधिकारियों के अनुसार बीएमसी ने घायलों के इलाज का भी खर्चा उठाने का निर्णय लिया है।
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