मुंबई में 26 नवंबर, 2008 को हुए आतंकवादी हमले में भारतीय गवाहों की आज यहां कड़ी सुरक्षा इंतजाम के बीच आठ सदस्यीय पाकिस्तानी न्यायिक आयोग के समक्ष गवाही शुरू हो गई। मुंबई आतंकी हमले में भूमिका के लिए पाकिस्तान में पकड़े गए सात संदिग्धों के खिलाफ अभियोजन के मामले में मुम्बई हमले के गवाहों से जिरह करने के लिए आयोग के सदस्य पूर्वाह्न 11 बजे एक मजिस्ट्रेट अदालत पहुंचे। पुलिस सूत्रों ने बताया कि पुलिस अदालत के भीतर आसपास के क्षेत्रों में सख्त निगरानी रखे हुए है। परिसर में भारी सुरक्षा इंतजाम है। सेवा में डॉग स्क्वायड को भी लगाया गया है।
सुनवाई विशेष सरकारी वकील उज्ज्वल निकम द्वारा आयोग के सदस्यों का परिचय अदालत को देने के साथ शुरू हुई। उन्होंने इसके साथ ही भारतीय गवाहों से हमले के षड्यंत्रकर्ताओं के खिलाफ सबूत की जरूरत पर बल दिया जिसके अभाव में पाकिस्तान में मुकदमे की सुनवाई लंबित है। सबूत अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपालिटन मजिस्ट्रेट पी वाई लादेकर द्वारा दर्ज किए जा रहे हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि भारतीय गवाहों में लश्कर-ए-तोएबा आतंकी अजमल आमिर कसाब का बयान दर्ज करने वाले सिटी मजिस्ट्रेट आरवी सावंत वाघुले, मामले के मुख्य जांच अधिकारी रमेश महाले और पाकिस्तानी आतंकवादियों का पोस्टमार्टम करने वाले दो चिकित्सक शामिल हैं।
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