बिहार में प्रभावी ढंग से लागू होगा 'खाद्य सुरक्षा कानून' : नीतीश - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

सोमवार, 9 सितंबर 2013

बिहार में प्रभावी ढंग से लागू होगा 'खाद्य सुरक्षा कानून' : नीतीश


 nitish kumar
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी जनता दल (युनाइटेड) तीसरे मोर्चे में जाएगी या और कहीं जाएगी इसका निर्णय अभी नहीं हुआ है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बिहार में 'खाद्य सुरक्षा कानून' को प्रभावकारी तरीके से लागू किया जाएगा। पटना में 'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री' कार्यक्रम में भाग लेने के बाद उन्होंने कहा कि बिहार में खाद्य सुरक्षा कानून लागू करने के लिए बुनियादी और प्रारंभिक तैयारी चल रही है। इसमें चार-छह माह का समय लग सकता है। उन्होंने कहा कि जिस दिन से यह लागू होगा, उस दिन से लाभुकों को यह सुरक्षा प्राप्त करना कानूनी अधिकार हो जाएगा।


मुख्यमंत्री ने पत्रकारों के एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि खाद्य सुरक्षा कानून को लागू करने से पूर्व लाभार्थियों की पहचान करनी होगी। इस योजना के अन्तर्गत कौन लाभार्थी होगा, यह तय करना होगा। उन्होंने कहा कि राज्य में सामाजिक, आर्थिक जातीय जनगणना का कार्य चल रहा है। इसके जो प्रारंभिक विवरण निकलेंगे, उसका उपयोग खाद्य सुरक्षा कानून को लागू करने में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जो लोग खाद्य सुरक्षा के अन्तर्गत नहीं आएंगे, उसके लिये मापदण्ड का निर्धारण कर उसे सार्वजनिक किया जाएगा और लोगों से आपत्ति प्राप्त किया जाएगा। 



उन्होंने कहा कि अगला चुनाव जद (यू) अकेले लड़ेगी या तीसरे मोर्चे के साथ लड़ेगी इसके फैसले का अभी समय नहीं आया है। उन्होंने कहा कि अभी पार्टी द्वारा सभी विधानसभा क्षेत्रों में कार्यकर्ता सम्मेलन कार्यक्रम चलाया जा रहा है।  उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा बिहार के किसानों को गुजरात के एक कार्यक्रम में भाग नहीं लेने देने के आरोप में कहा कि गुजरात जाने के लिए बिहार के किसानों को वीसा की जरूरत नहीं है, इसलिए वे कहीं भी जा सकते हैं। यह उनका मौलिक अधिकार है, जो जहां जाना चाहे जाएं, उन्हें कोई कैसे रोक सकता है। 



भाजपा के पूर्व मंत्रियों द्वारा सरकारी आवास खाली करने जैसे प्रश्न पर उन्होंने कहा कि जब तक वे सरकारी आवास में रहना चाहते हैं रहें, उनका वे स्वागत करते हैं।  प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी के प्रधानमंत्री के योग्य बताए जाने पर उन्होंने कहा कि ऐसे मामले में तीसरे व्यक्ति को बोलने की जरूरत क्या है? बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने संबंधी मांग को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि वे इस मांग को लेकर गांव-गांव तक जाएंगे।

कोई टिप्पणी नहीं: